तारीख: 2 नवंबर 2025
स्थान: मुंबई
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि एक समय वो अंदर ही अंदर टूट चुकी थीं और मानसिक रूप से बेहद परेशान थीं। लेकिन भारतीय पुरुष टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने उन्हें जो सलाह दी, उसने न सिर्फ उनकी सोच बदल दी बल्कि उनके करियर को भी नई दिशा दी।
जेमिमा ने बताया कि वो एक समय क्रिकेट से बेहद निराश हो चुकी थीं। लगातार खराब प्रदर्शन और टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने खुद को बंद कमरे में रोते हुए पाया। उन्होंने कहा, “मैं बहुत डिप्रेस थी, अंदर से टूट चुकी थी, लेकिन लोगों के सामने हमेशा मुस्कुराती रही। सच कहूँ तो मैं अंदर से रो रही थी।”
इसी कठिन समय में रोहित शर्मा ने उनसे बात की और उन्हें कुछ ऐसे शब्द कहे, जो उनके दिल को छू गए। जेमिमा ने बताया, “रोहित भैया ने मुझसे कहा कि यह खेल तुम्हारी पहचान नहीं है, बल्कि तुम्हारी मेहनत और जुनून ही असली पहचान है। उन्होंने कहा कि उतार-चढ़ाव हर किसी के जीवन में आते हैं, लेकिन यह वक्त भी बीत जाएगा।”
रोहित शर्मा की यह सलाह जेमिमा के लिए किसी “गोल्डन मोमेंट” से कम नहीं थी। उन्होंने आगे बताया, “रोहित भैया के शब्दों ने मुझे हिम्मत दी। मैं समझ गई कि मुझे अपनी खुशी सिर्फ प्रदर्शन से नहीं, बल्कि खेल से प्यार करने से मिलती है। उसके बाद मैंने खुद पर विश्वास करना नहीं छोड़ा।”
इस बातचीत के बाद जेमिमा ने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया और एक नए आत्मविश्वास के साथ मैदान पर लौटीं। नतीजा यह रहा कि हाल ही में हुए महिला वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को फाइनल तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई।
क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि जेमिमा जैसी युवा खिलाड़ियों के लिए मानसिक मजबूती बेहद जरूरी है, और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ी उनकी प्रेरणा का बड़ा स्रोत हैं।
जेमिमा ने इंटरव्यू के अंत में कहा, “रोहित भैया सिर्फ एक कप्तान नहीं, बल्कि एक गाइड हैं। उन्होंने मुझे सिखाया कि हार और असफलता सिर्फ सीखने का हिस्सा हैं। अगर दिल से खेलो, तो मैदान तुम्हारा हो जाता है।”
इस भावनात्मक खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर फैंस ने भी जेमिमा की तारीफों के पुल बाँध दिए। कई यूजर्स ने लिखा कि “रोहित शर्मा का यही विनम्र स्वभाव उन्हें दूसरों से अलग बनाता है।”
भारत में क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि भावना है — और जब ऐसे इंसानी किस्से सामने आते हैं, तो यह खेल और भी खूबसूरत बन जाता है।
