- अंबाला,3 अगस्त : हरियाणा के अंबाला कैंट में नेशनल हाईवे पर 4 माह पहले एक्सीडेंट के बाद हुई युवती की मौत मामले में पुलिस ने अब कार्रवाई की है। बता दे कि युवती अपने दोस्तों के साथ गाड़ी में सवार थी। आरोपियों ने युवती के पिता को बताया कि वह जीरकपुर कंपनी से इंटर्नशिप करके अंबाला के लिए रवाना हुए थे, जबकि हादसा करनाल से चंडीगढ़ की तरफ जाते हुए नेशनल हाईवे पर काली पलटन पुल के पास गाड़ी डिवाइडर पर जा टकराने से हुआ।
- युवती के पिता के मुताबिक, कंपनी से पता चला कि 2 दिन पहले ही उसकी बेटी की इंटर्नशिप खत्म हो चुकी थी तो ऐसे में दोनों आरोपी उसकी बेटी को कहां लेकर गए कुछ नहीं बता रहे। बार-बार गुमराह किया जा रहा है। पुलिस ने भी CMO ऑफिस में शिकायत करने के बाद कार्रवाई की।
- सुबह पौने 4 बजे हुआ था हादसा
- जानकारी के मुताबिक, 29 मार्च की सुबह पौने 4 बजे अंबाला कैंट में दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर काली पलटन पुल के पास I-20 गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी, जिसमें यमुनानगर के रामनगर कॉलोनी निवासी आरुषि शर्मा को गंभीर चोटें आई थी। गाड़ी में सवार महेश नगर निवासी मोहम्मद तनवीर और यमुनानगर निवासी कर्मजीत सिंह बाल-बाल बच गए थे। आरुषि को कैंट के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां कॉमा में चल रही आरुषि की एक माह बाद 29 अप्रैल को उपचार के दौरान मौत हो गई थी। संजीव कुमार ने बताया कि उसकी बेटी आरुषि शर्मा ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से BSC-BT की पढ़ाई की थी। उसके बाद आरुषी शर्मा जीरकपुर कंपनी में इंटर्नशिप कर रही थी, जो 28 मार्च से पहले एक-दो दिन पहले ही खत्म हुई थी। उसी कंपनी में महेश नगर निवासी मोहम्मद तनवीर भी पहले से काम कर रहा था, जो खुद को आरुषि को सीनियर बताता था। अशोक विहार कॉलोनी यमुनानगर निवासी कर्मजीत सिंह भी वहीं काम करता था, जो आरुषि का मुंह बोला भाई था।
- पिता के जहन में उठ रहे सवाल
- संजीव कुमार ने बताया कि उसकी बेटी आरुषी 28 मार्च की शाम साढ़े 4 बजे जीरकपुर से अपने घर यमुनानगर आ रही था। आरुषी जब अंबाला कैंट बस स्टैंड पर उतरी तो उसको मोहम्मद तनवीर और अशोक विहार कॉलोनी यमुनानगर कर्मजीत सिंह मिले। दोनों ने उसकी बेटी को अपनी गाड़ी में बैठाया और पता नहीं कहां ले गए। अगले दिन सुबह पौने 4 बजे काली पलटन पुल अंबाला कैंट के पास कार का एक्सीडेंट की सूचना मिली।