- छह घंटे से भी लंबी चली बैठक में सांसद धर्मबीर सिंह ने एक-एक बिंदू पर बारीकी से समीक्षा
- जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की समीक्षा बैठक में सांसद धर्मबीर सिंह ने दिए आवश्यक निर्देश
- गर्मी के मौसम के चलते जलघरों के टैंकों व पशुओं के लिए जोहड़ों में पर्याप्त पानी डाला जाए
भिवानी: स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद धर्मबीर सिंह की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। करीब छह घंटे से भी लंबी चली बैठक में सांसद ने अधिकारियों के साथ एक-एक बिंदू पर बड़ी ही बारीकी से जानकारी लेकर समीक्षा की। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, कृषि कल्याण विभाग व लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग आदि विभागों को निर्देश दिए कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन की योजनाओं को धरातल पर लागू करने के लिए कड़ी मेहनत करें और कियान्वित योजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए तेजी लाएं। उन्होंने तालाबों के सौंदयकरण कार्य की ग्राम सभा की बैठक के माध्यम से पड़ताल करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश कि गर्मी के मौसम में आम जनमानस के साथ पशुओं को पीने के लिए पर्याप्त पानी मिलना चाहिए और लिए प्रबंध करें.
सांसद श्री सिंह ने बैठक में समीक्षा करते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मानसून आने से पहले प्रथम चरण में शुरु किए गए बाढ़ प्रबंधन कार्यों को जल्द पूरा करें ताकि बरसात का पानी खेतों में जमा न हो और किसानों को नुकसान न हो। अतिरिक्त पंपसेटों का प्रबंध किया जाए ताकि जरूरत के समय उनका प्रयोग किया जा सके। लोक निर्माण विभाग, स्टेट व नेशनल हाई-वे के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला में बनने वाले बाईपास व सडक़ निर्माण कार्यों में तेजी आएं और सडक़ों पर बने अवैध कटों को तुरंत प्रभाव से बंद करें ताकि हादसे न हों.
सांसद धर्मबीर सिंह ने सिंचाई विभाग व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम के मद्देनजर जलघरों के टैंकों व गांवों में जोहड़ों में पर्याप्त पानी डालें ताकि आमजन के साथ-साथ पशुओं को भी पीने के लिए पानी पर्याप्त पानी मिले। उन्होंने वन विभाग के साथ-साथ सडक़ निर्माण विभागों के निर्देश दिए कि वे सडक़ों आ रहे पेड़ों की टहनियों की छंटाई करें ताकि हादसे न हों.
सांसद ने मी-काडा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को माईक्रो इरीगेशन के बारे में लोगों को जागरूक करें। किसानों को बताएं वे मिलकर भी साढ़े 12 एकड़ के दायरे में भी टैंक का निर्माण करवा सकते हैं, जिस पर सरकार द्वारा भारी सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई खेती का सबसे अच्छा माध्यम है। इससे पानी की भी बचत होगी और फसल भी अच्छी होगी। जागरूकता कार्यक्रमों में ग्राम सचिव, पटवारी व कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल हों। उन्होंने कहा कि जागरूकता के अभाव में ही लोग इस योजना को कम अपना रहे हैं.
सांसद ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा तालाबों के जीर्णाेद्घार व सौंदर्यकरण की योजना चलाई जा रही है, जिसमें अमृत सरोवर भी शामिल हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि वे अधिकारियों की एक कमेटी का गठन करें और धरातल पर अब तक किए गए कार्यों की जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से जहां अस्तित्व खो रहे तालाबों को बचा सकते हैं वहीं पानी का संग्रह भी होगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम सभा के माध्यम से भी तालाबों पर हुए कार्यों की पड़ताल करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारी मौके पर जाएं और संबंधित तालाब की वास्तविक स्थिति देखें। केवल उच्चाधिकारियों के आदेश पर निर्भर न रहें। इसी प्रकार से उन्होंने सडक़ सुरक्षा, सुरक्षित स्कूल वाहन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, बिजली निगम व समग्र शिक्षा से संबंधित कार्यों की समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए.
उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद प्रशासन को निर्देश दिए कि वे रोहतक गेट से बावड़ी व हालुवास गेट तक जाने वाले बरसाती पानी की निकासी के नाले को दुरूस्त करें ताकि बरसात के मौसम में पानी की निकासी की समस्या न बनें। उन्होंंने सिटी रेलवे स्टेशन मार्ग से गांव तिगड़ाना को जाने वाले सडक़ मार्ग, कृष्णा कॉलोनी से जाने वाले दिनोद रोड़ का अतिशीघ्र नव निर्माण करने को कहा.
बैठक में उपायुक्त नरेश नरवाल ने जिला में विभिन्न विभागों द्वार करवाए जा रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी मनोज दलाल ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति से संबंधित सभी विभागों की प्रगति एवं जिला में चल रहे विकास कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया.
इस अवसर पर जिला परिषद चेयरपर्सन अनीता मलिक, एडीसी अनुपमा अंजलि, तोशाम के एसडीएम मनीष फौगाट, एसडीएम सिवानी सुरेश दलाल, नगराधीश हरबीर सिंह, जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी रविंद्र दलाल, कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आत्माराम गोदारा, बागवानी विभाग के उप निदेशक डॉ. देवीलाल सिहाग, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. वीरेंद्र सहरावत, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता प्रदीप यादव, बिजली वितरण निगम के अधीक्षक अभियंता रणबीर सिंह, जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता सुनील रंगा, सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर शांडिल्य, पीडब्लूडी के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार व राहुल चहल, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थिति थे.