- गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार में हजारों पीड़ित
- मुख्यमंत्री के दरबार पर पीड़ितों का विश्वास कम
दिल्ली,13 मार्च
प्रदेश के लोगों की समस्या के लिए बीमार होने के बाद भी हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का जनता दरबार बंद नहीं हुआ कम नहीं हुआ पीड़ितों की संख्या लगातार हजारों में होती रही और बीमार हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज पीड़ितों के समस्या का समाधान करने के लिए घर एवं सार्वजनिक जगह पर जनता दरबार का आयोजन करते रहे और रात्रि 2:00 बजे तक हरियाणा के गृह मंत्री का जनता दरबार पिछले 7 वर्षों से चल रहा है पीड़ितों की कमी नहीं है अधिकारियों को रात्रि 2:00 बजे गृहमंत्री की फोन की घंटी बज जाती है नींद में अधिकारी बेचैन हो जाते हैं और गृह मंत्री के आदेश की रात के समय ही पालना की जाति रही है.
वही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कभी-कभी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की राह पर चलते हुए जनता दरबार का आयोजन करते हैं उनके दरबार का नाम जनसेवा रखा जाता है लेकिन मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पीड़ितों की संख्या कम होती है यह बात प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री के समक्ष कह चुकी है हरियाणा के गृह मंत्री के आदेश कहीं नहीं रुकते उनके आदेशों की पालना होती है मुख्यमंत्री के जनता दरबार में दिए गए आदेशों को अधिकारी डाल देते हैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को स्वयं दिन कहना पड़ा कि आप अंबाला अनिल विज के जनता दरबार में जाइए जहां से आप को न्याय मिले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 2 दिन पहले चंडीगढ़ मुख्यमंत्री निवास पर जनता दरबार लगाया जिसमें पीड़ितों की संख्या कम रही वही हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार को अंबाला में जनता दरबार का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में रात्रि 2:00 बजे तक पीड़ितों की लाइन लगी रही रात्रि के समय ही गृहमंत्री ने हरियाणा के पुलिस एवं स्वास्थ विभाग के अलावा अन्य पीड़ितों के समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को रात भर जगाया जिससे पीड़ित गृहमंत्री के जनता दरबार पर अधिक विश्वास करते हैं मुख्यमंत्री के जनता दरबार कम.
हरियाणा में अगर किसी मंत्री का डर है तो वह गृहमंत्री अनिल विज का
हरियाणा प्रदेश में अगर अधिकारियों में किसी का डर है तो वह एकमात्र हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज है क्योंकि उनके आदेश कभी रास्ते में नहीं रुकते गाड़ी में बैठते ही निलंबन के आदेश भी तुरंत जारी हो जाते हैं या जिस भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाती है उसके आदेश कुछ समय में ही मीडिया तक पहुंच जाते हैं पीड़ितों का इसलिए भी गृहमंत्री पर अधिक विश्वास है कि वे अपने फोन से ही अधिकारियों को पीड़ितों की मदद करने के लिए न्याय दिलाने के लिए सख्त निर्देश देते हैं और 5 से 7 दिन का समय देते हैं अगर किसी कारण अधिकारी लापरवाही बढ़ता है तो उसे तुरंत प्रभाव से दूसरे जनता दरबार में निलंबित कर दिया जाता है. हरियाणा प्रदेश में गृहमंत्री अनिल विज को दूसरा हरियाणा का योगी आदित्यनाथ कहा जैसे उत्तर प्रदेश में अपराधी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से कांपते हैं ऐसे ही हरियाणा प्रदेश में अनिल विज के नाम से भय बना हुआ है.
मेरे हमेशा प्रदेश की जनता के लिए दरवाजे खुले हैं अनिल विज के दरबार में जो आएगा खाली हाथ नहीं जाएगा.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने खास बातचीत में कहा कि मेरे दरबार में जो पीड़ित आएगा उसे न्याय जरूर मिलेगा और अगर न्याय देने वाला लापरवाही भरत ता है उसे दंडित किया जाता रहा है और किया जाएग उन्होंने कहा मैं जनता को न्याय दिलाने के लिए गृहमंत्री बना हूं शौकत के लिए नहीं अनिल विज के दरबार हमेशा जनता के लिए खुले इसलिए मेरे जनता दरबार में हजारों पीड़ितों की शिकायतों का समाधान किया जाता है और किसी को प्रदेश में घबराने की जरूरत नहीं है अनिल विज तुम्हारी मदद के लिए बैठा हुआ है.