Sunday, September 15, 2024

अम्बाला छावनी में बन रहा स्वतंत्रता संग्राम का शहीदी स्मारक और एशिया का सबसे बड़ा म्यूजियम: अनिल विज

चंडीगढ़, 14 अगस्त – हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री और अम्बाला छावनी के विधायक अनिल विज ने आज स्वतंत्रता संग्राम की पहली लड़ाई के शहीदी स्मारक और एशिया के सबसे बड़े म्यूजियम की स्थापना की जानकारी दी। अम्बाला छावनी में निर्माणाधीन इस स्मारक में स्वतंत्रता संग्राम की 1857 की घटनाओं का विस्तृत प्रदर्शन किया जाएगा।

शहीदी स्मारक में निर्माण और प्रमुख सुविधाएं

पूर्व मंत्री अनिल विज ने बताया कि अम्बाला छावनी में बनाए जा रहे इस शहीदी स्मारक में स्वतंत्रता संग्राम की पहली लड़ाई के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। इस स्मारक में 11 प्रमुख गैलरियां, एक कमल का फूल मैमोरी टॉवर, और दो लिफ्टें शामिल होंगी। इसके अतिरिक्त, आठ रेस्टोरेंट, एक सेमिनार शॉप, और दो हजार लोगों की क्षमता वाला ओपन एयर थियेटर भी बनाया जाएगा। थियेटर में डिजिटल, विजुअल, इलेक्ट्रॉनिक्स और लेजर तकनीक का उपयोग करके 1857 की क्रांति को दर्शाया जाएगा।

अनिल विज ने कहा कि उनका प्रयास है कि इस शहीदी स्मारक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाया जाए। इसके लिए एक एंट्री फीस भी रखी जाएगी, जो स्मारक की रखरखाव पर खर्च की जाएगी।

पटकथा और कविता की प्रस्तुति

इस अवसर पर प्रसिद्ध लेखक और अभिनेता अतुल तिवारी ने शहीदी स्मारक के मेमोरियल टॉवर पर प्रोजेक्टर द्वारा दिखाई जाने वाली डॉक्यूमेंट्री की पटकथा को प्रस्तुत किया। अतुल तिवारी ने 1857 की क्रांति पर एक कविता गुनगुनाई, जिसमें उन्होंने क्रांति की गाथा को एक नई दृष्टि से पेश किया। पूर्व मंत्री अनिल विज ने इस पटकथा की सराहना की और इसे अत्यंत प्रभावशाली बताया।

स्मारक के महत्व पर अनिल विज की टिप्पणी

अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई को केवल अपने कार्यों के रूप में प्रस्तुत किया है, जबकि बहुत से लोगों ने अपनी कुर्बानियों से इस संघर्ष को अमर बनाया। उन्होंने स्मारक के महत्व को बताते हुए कहा कि यह स्मारक देश के उन वीर सपूतों की कुर्बानियों को श्रद्धांजलि देने का एक माध्यम है, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर स्वतंत्रता संग्राम को आगे बढ़ाया।

अतुल तिवारी का बयान

अतुल तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें गर्व है कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े इस स्मारक में योगदान देने का अवसर मिला है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि स्मारक में उनकी पटकथा, लाइट एंड शो, लेजर और प्रोजेक्शन के माध्यम से क्रांति की घटनाओं को प्रस्तुत किया जाएगा।

निर्माण कार्य का निरीक्षण

पूर्व मंत्री अनिल विज ने स्मारक के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। शहीदी स्मारक के निदेशक डॉ. कुलदीप सैनी ने निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी दी और बताया कि अतुल तिवारी का योगदान इस स्मारक को एक अनूठा रूप देगा।

यह शहीदी स्मारक और म्यूजियम स्वतंत्रता संग्राम की गौरवगाथा को संजोने और नई पीढ़ी को इतिहास से परिचित कराने का महत्वपूर्ण प्रयास है, जो अम्बाला छावनी को एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में स्थापित करेगा।

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