- नगर निगम गुरूग्राम द्वारा ट्रैक्टर-ट्रॉली व मैनपावर सहित उपलब्ध करवाए गए अन्य सफाई ससाधन
- स्वच्छता शाखा के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में कचरा उठान करवा रहे सुनिश्चित
- सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए इच्छुक पूर्व पार्षद, आरडब्ल्यूए व जागरूक नागरिक संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डा. नरेश कुमार तथा वरिष्ठ सफाई निरीक्षक (मुख्यालय) ऋषि मलिक से करें संपर्क
गुरूग्राम, 22 अक्तुबर
नियमित व निगम रोल के कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में नगर निगम जुटा हुआ है। इसके तहत आरडब्ल्यूए, पूर्व पार्षदों व जागरूक नागरिकों का सहयोग लिया जा रहा है तथा उन्हें ट्रैक्टर-ट्रॉली व मैनपावर सहित अन्य सफाई संसाधन उपलब्ध करवाए गए हैं। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा इसके लिए 300 कर्मचारी की नई मैनपावर लगाई गई है तथा ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य सफाई संसाधन हायर किए गए हैं।
नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डा. नरेश कुमार ने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा 7 एजेंसियों को सफाई का जिम्मा सौंपा हुआ है तथा एजेंसियों को अलग-अलग क्षेत्र अलॉट किए हुए हैं। एजेंसियां अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त कर रही हैं। जिन क्षेत्रों में काम करने वाले नियमित व निगम रोल कर्मचारी हड़ताल पर हैं, वहां पर स्वच्छता शाखा के अधिकारीगण स्वयं कचरा उठान सुनिश्चित करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई क्षेत्रों में आरडब्ल्यूए, निगम पार्षदों व वरिष्ठ नागरिकों को ट्रैक्टर-ट्रॉली व मैनपावर सहित अन्य सफाई संसाधन मुहैया करवाए गए हैं, ताकि उन क्षेत्रों की सफाई पूर्व पार्षदों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों व वरिष्ठ नागरिकों के मार्गदर्शन व सहयोग से सुनिश्चित की जा सके। जो पूर्व पार्षद, आरडब्ल्यूए व वरिष्ठ नागरिक अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में सहयोग के इच्छुक हैं, वे नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) के कार्यालय व वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक से संपर्क करें।
संयुक्त आयुक्त ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर शहर में सफाई व्यवस्था को अब आगे खराब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने शहर के आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों, वरिष्ठ नागरिकों से आह्वान किया कि वे सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में सहयोग के लिए आगे आएं। नगर निगम गुरूग्राम उन्हें ट्रैक्टर-ट्रॉली व मैनपावर सहित अन्य सफाई संसाधन मुहैया करवाएगा। उन्होंने कहा कि नियमित व पक्के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है तथा वे बेवजह हड़ताल पर बैठे हुए हैं। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा पूर्व में कई बार सफाई यूनियन प्रतिनिधियों से बातचीत कर हल निकालने का प्रयास किया गया है, लेकिन यूनियन प्रतिनिधि हड़ताल को खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे किसी के बहकावे में ना आएं तथा काम पर लौटें क्योंकि काम पर नहीं लौटने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की तैयारी कर ली गई है।
नगर निगम गुरूग्राम के इस प्रयास का शहर के आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों व वरिष्ठ नागरिक स्वागत कर रहे हैं तथा सफाई कर्मचारियों की आए दिन होने वाली बेवजह हड़ताल का विरोध कर रहे हैं। पटौदी चौक निवासी अमन, मदनपुरी निवासी संजय, कृष्णा कॉलोनी निवासी हरीश वर्मा, मदनपुरी निवासी टीसी गुप्ता व न्यू कॉलोनी निवासी उमेश सहित शहर के कई नागरिकों ने सफाई कर्मचारियों की बेवजह हड़ताल का विरोध किया।
‘‘सफाई कर्मचारी आए दिन बेवजह हड़ताल पर रहते हैं, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था खराब होती है। सफाई कर्मचारियों को चाहिए कि वे अपने शहर को साफ रखने में अपना योगदान दें। अपनी मांगों के लिए आवाज उठाना उनका अधिकार है, लेकिन नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना उचित नहीं’’ अरूण कुमार प्रधान सैक्टर-15 पार्ट-2 आरडब्ल्यूए
‘‘जनहित को ध्यान में रखते हुए सफाई कर्मचारियों को अपनी हड़ताल खत्म करनी चाहिए। सफाई कर्मचारियों को यह सोचना चाहिए कि उन्हें मिलने वाले वेतन व भत्ते नागरिकों के दिए टैक्स के पैसे से आते हैं।’’ डा. नितिन पाहवा, प्रधान सैक्टर-7 एक्सटेंशन आरडब्ल्यूए
‘‘जो कर्मचारी पहले से ही नियमित हैं या निगम रोल पर लगे हुए हैं, उनका हड़ताल करने का कोई औचित्य नहीं बनता। सरकार व निगम को चाहिए कि वे बेवजह हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करे।’’ डा. अवध किशोर, सैक्टर-4
‘‘जैसा कि जानकारी मिली है कि नगर निगम गुरूग्राम के अधिकारीगण कई बार सफाई कर्मचारी यूनियन प्रतिनिधियों से बातचीत कर चुके हैं तथा उनकी जायज मांगों के बारे में सरकार को अवगत भी करवाया गया है, लेकिन उसके बावजूद भी कर्मचारी हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं हैं। इसका केवल एक ही निष्कर्ष निकलता है कि सफाई कर्मचारी यूनियन शहर को कूड़े के ढ़ेर पर बैठाने की फिराक में है। सरकार को तुरंत प्रभाव से इनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।’’ मनमोहन कालरा, सैक्टर-46
‘‘नगर निगम गुरूग्राम द्वारा आरडब्ल्यूए व नागरिकों के सहयोग से सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कार्य किया जा रहा है। जो कर्मचारी सफाई कार्य में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करेंगे, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक करने के साथ ही एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा ऐसे कर्मचारियों की वीडियो भी बनाई जाएगी, जो कार्य में बाधा डालने की कोशिश करेंगे। इसके लिए 20 कैमरामैन की टीम निगरानी कर रही है।’’ डा. नरेश कुमार, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन)