मानेसर नगर निगम को लेकर केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र जनमत कराएं सरकार
गुरुग्राम
मानेसर नगर निगम को लेकर आसपास के 29 गांव के ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ रोष बढ़ रहा है ग्रामीण पिछले काफी समय से नगर निगम को भंग करने के लिए जहां सड़कों पर टेंट लगाकर बैठे हैं वही गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं केंद्र में रक्षा राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह ने भी हरियाणा सरकार को पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है जनमत के माध्यम से नगर निगम मानेसर का गठन होना चाहिए अगर 29 गांव के ग्रामीण मुखिया नगर निगम नहीं चाहते तो सरकार को जबरदस्ती ग्रामीणों पर नगर निगम नहीं ठोकना चाहिए।
मानेसर निवासी कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के सांसद राव इंदरजीत सिंह पटौदी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सत्य प्रकाश से लेकर उच्च अधिकारियों तक मानेसर नगर निगम को भंग करने की मांग कर चुके हैं लेकिन उच्च अधिकारी सत्ताधारी पार्टी के नेता लालच में आकर नगर निगम को बरकरार रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं जबकि अधिकतर ग्रामीण नगर निगम के खिलाफ क्योंकि 29 गांव की पंचायतों के अरबों खरबों रुपए नगर निगम के पास है और विकास के नाम पर विनाश हो रहा है।
नगर निगम को भंग करने के लिए विधायक, सांसद में टकराव
मानेसर नगर निगम को लेकर सत्ताधारी पार्टी के पटौदी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सत्य प्रकाश जरावता एवं गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोदी सरकार में राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह के बीच अब टकराव बनता जा रहा है केंद्रीय मंत्री मानेसर क्षेत्र की जनता का साथ देते हुए हरियाणा सरकार से नगर निगम को लेकर जनमत कराने की मांग कर रहे हैं वही सत्ताधारी पार्टी के विधायक नगर निगम के गठन को सही ठहरा रहे हैं और प्रदेश की जनता में दावा कर रहे हैं कि मानेसर नगर निगम का गठन पाटोदी विधानसभा क्षेत्र के विधायक की जीत है।
वही मानेसर के निवासी कैलाश यादव पूर्व सरपंच राम अवतार यादव के अलावा सैकड़ों ग्रामीण इस निगम के खिलाफ और लगातार अपने सांसद से और सरकार से नगर निगम को भंग करने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है 2 साल से अधिक समय बीत गया लेकिन आज भी 29 गांव नारकीय जीवन जी रहे गांव के वास्तव में गंदा पानी पीने के पानी में प्रदूषण के अलावा गांव में अन्य प्रकार की गंदगी के चलते बीमारियां बढ़ रही है लेकिन नगर निगम की ओर से पंचायतों के करोड़ों अरबों रुपए भट्टे से लगाए जा रहे हैं।