- इस कॉरिडोर पर यात्री और माल यातायात के लिए ब्रॉड गेज डबल रेलवे लाईन डाली जाएगी
- नूंह में प्रस्तावित 4.7 किलोमीटर लम्बी दोहरी सुरंग और सोहना-नूंह क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर लंबी वायाडक्ट बनाई जाने के लिए हुई बैठक
- नई दिल्ली के हरियाणा भवन में आयोजित हुई बैठक
नई दिल्ली 26 अप्रैल
हरियाणा सरकार प्रदेश में ढांचागत विकास पर लगातार बल दे रही है और इसी कड़ी में हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम (एचआरआईडीसी) द्वारा कुण्डली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रैस-वे के साथ-साथ हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर रेललाईन बिछाई जाएगी.
यहां नई दिल्ली के हरियाणा भवन में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना से संबंधित विभिन्न कार्यों को पूरा करने के लिए बैठक का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विभागों, निगमों व हितधारकों के प्रतिनिधियों व पदाधिकारियों ने भाग लिया.
इस बैठक की अध्यक्षता रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य सिविल इंजीनियर बी.के. गुप्ता ने की. इस बैठक में नूंह में प्रस्तावित 4.7 किलोमीटर लम्बी दोहरी सुरंग और सोहना-नूंह क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर लंबी वायाडक्ट बनाई जाने के लिए चर्चा व विचार-विमर्श किया गया.
इसी प्रकार, हरियाणा के सोहना-नूह क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर लम्बे व 25 मीटर ऊंचे वायाडक्ट (पुल) का निर्माण कार्य किया जाना प्रस्तावित है, जोकि अभियांत्रिकी का एक चुनौतीपूर्ण कार्य है. इस परियोजना से संबंधित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने दोहरी सुरंग व वायाडक्ट (पुल) के ढांचे की बनावट, उसके निर्माण, इससे जुड़ी नई तकनीक व निर्माण के समय आने वाली सम्भावित चुनौतियों के विषय पर चर्चा की.
बैठक में एचआरआईडीसी के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल ने बताया कि सभी तकनीकी मापदण्डों के निर्धारण के बाद हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर नूूंह में प्रस्तावित 3.5 किलोमीटर लंबी वायाडक्ट की निविदाओं को आमंत्रित किया जायेगा. इस कार्य की निविदा प्रक्रिया दिसम्बर, 2023 तक पूर्ण करके अनुबंध को अवार्ड किया जाएगा तथा कार्य को 2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
बैठक में बताया गया कि पलवल से सोनीपत तक और कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ 126 किलोमीटर लंबे हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का कार्य प्रगति पर है. सोहना, मानेसर और खरखौदा के रास्ते पलवल को सोनीपत से जोड़ने वाले हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर यात्री और माल यातायात के लिए ब्रॉड गेज डबल रेलवे लाईन डाली जानी है. यह परियोजना मुख्य रूप से नूह, खरखौदा, मानेसर और सोहना के औद्योगिक केंद्रों के लिए फायदेमंद होगी और हरियाणा के इस क्षेत्र के विकास में मददगार साबित होगी. हरियाणा और रेल मंत्रालय; रेलवे के लिए विस्तारित बोर्ड द्वारा परियोजना की मंजूरी के बाद इस परियोजना को सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है.
इस बैठक के दौरान रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य/ सिविल इंजीनियरिंग बी.के. गुप्ता, हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल, दिल्ली मैट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटड के पूर्व प्रबंध निदेशक व हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम के सलाहकार डॉ. मंगू सिहं मौजूद रहे. इसके अलावा, रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य/इंजीनियरिंग विश्वेश चौबे प्रमुख कार्यकारी निदेशक अतुल खैरे, वी.पी. सिंह, और प्र. मु. अभि. सतीश के. पाण्डे के साथ अनुसंधान अभिकल्प एंव मानक संगठन के (आरडीएसओ) अधिकारी भी उपस्थित रहे.