गुरुग्राम 9 August- गुरुग्राम पुलिस ने फरार चल रहे दो भगोड़े अपराधियों को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है। इन दोनों मामलों में आरोपी अदालत के आदेशों का पालन नहीं कर रहे थे, जिसके चलते उन्हें अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।
पहला मामला: दीपक, अलवर निवासी
गुरुग्राम शहर थाना, न्यू कॉलोनी पुलिस ने दीपक नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जो अलवर (राजस्थान) का निवासी है। दीपक को पहले अदालत द्वारा जमानत पर रिहा किया गया था, और उसे निर्धारित तारीखों पर अदालत में पेश होने के आदेश दिए गए थे। हालांकि, दीपक ने अदालत के आदेशों का उल्लंघन करते हुए पेशियों पर हाजिर नहीं हुआ, जिसके परिणामस्वरूप उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।
हालांकि, अपराध शाखा सेक्टर-10, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दीपक को गिरफ्तार कर लिया और उसे अदालत के सामने पेश किया। इस गिरफ्तारी से पुलिस ने एक लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को कानून के शिकंजे में ला दिया।
दूसरा मामला: रणजीत सिंह, पनियाला निवासी
दूसरे मामले में, गुरुग्राम पुलिस की सीआईए सेक्टर-17 की टीम ने रणजीत सिंह नामक आरोपी को गिरफ्तार किया, जो जयपुर (राजस्थान) के पनियाला क्षेत्र का निवासी है। रणजीत सिंह पर आरोप है कि वह अभियोग संख्या 59/2011 के तहत धारा 279, 336, 188, 120B आईपीसी और पीडीपी एक्ट के मामले में फरार चल रहा था।
रणजीत सिंह को अदालत ने 23 मार्च 2016 को आदेशों की अवहेलना करने के कारण उद्धघोषित अपराधी (PO) घोषित कर दिया था। गुरुग्राम पुलिस ने 9 अगस्त 2024 को उसे काबू कर लिया और सम्बंधित अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
गुरुग्राम पुलिस की मुस्तैदी
गुरुग्राम पुलिस ने दोनों मामलों में तेजी से कार्रवाई करते हुए न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आठ साल से फरार चल रहे इन दोनों भगोड़े अपराधियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून के उल्लंघनकर्ताओं को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अदालत के आदेशों का पालन कर रही है बल्कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन गिरफ्तारियों से गुरुग्राम पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ उनकी लड़ाई पूरी तरह से जारी है और कानून के आगे कोई भी अपराधी नहीं बच सकता।