- 108 हवन कुंड में 108 परिवारों ने दी महायज्ञ में आहुति
- गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी ने अर्जुन स्तुति के माध्यम से दिया ज्ञान
- डा. डीपी गोयल व नवीन गोयल रहे मुख्य अतिथि
गुरुग्राम, 29 मार्च
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की प्रेरणा से अपैरल हाउस में 108 कुंडीय गीता महा यज्ञ का आयोजन किया गया. इस आयोजन में जहां 108 परिवारों ने आहुति दी.
इस अवसर पर पूज्य गुरुदेव स्वामी ज्ञानानन्द जी ने अर्जुन स्तुति पर बोलते हुए कहा आज के समाज को अपने व्यवहार में तीन-ए अपनाने की जरूरत है. पहला अलर्ट, दूसरा अवेयर और तीसरा अटैंटिव. इस से ही जीवन में स्ट्रेस की समाप्ति होगी और समर्पण भी आएगा. अगर आप अलर्ट रहेंगे, वातावरण के प्रति अवेयर रहेंगे और सामने वाले का पक्ष सुनने के लिए आप विशेष ध्यान देेंगे तो जीवन में कभी तनाव नहीं आएगा. अपने काम को बेहतरी से कर पाएंगे. इस कार्यक्रम में लोकेशव श्रीजी द्वारा लिखी गई पुस्तक आई मैट द गॉड मैनी ए टाइम्स (द मॉडर्न भगवद गीता) का विमोचन भी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के कर कमलों से हुआ. श्रीमती साक्षी के भजनों ने भी समा बांध दिया.
कार्यक्रम में कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल, सह-संस्थापक एवं पर्यावरण विभाग भाजपा के प्रदेश प्रमुख नवीन गोयल बतौर मुख्य अतिथि रहे. डा. डीपी गोयल ने कहा कि गीता में दिए उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और मनुष्य को जीवन जीने की सही राह दिखाते हैं. गीता की बातों को जीवन में अपनाने से व्यक्ति को खूब तरक्की मिलती है.
नवीन गोयल ने कर्म की प्रधानता को सबसे मुख्य रखना ही गीता जी का असली सार बताया. गीता के अनुसार जो काम आपके हाथ में इस समय है, वही श्रेष्ठ है. यानी वर्तमान कर्म से अच्छा कुछ और नहीं है. इसलिए इसे अपनी पूरी क्षमता के साथ करना चाहिए. गीता में कहा गया है कि शिक्षा और ज्ञान उसी व्यक्ति को मिलता है, जिसमें जिज्ञासा हो. सम्मान से सवाल पूछने से व्यक्ति को ज्ञान मिलता है.
कृष्ण गुरुकुल के संस्थापक एवं छह साल से गीता जयंती के लिए जीयो गीता की तरफ से समन्वय समिति के मुख्य सदस्य श्रीजी लोकेशव ने इस आध्यात्मिक कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य भूमिका निभाई. श्रीजी लोकेशव ने कहा कि जब आप सिर्फ स्वयं को ही सही मानते हैं तो वहीं से आप में अहंकार भाव उत्पन्न हो जाता है. आप गीता के भावों से दूर हो जाते हैं और जाने-अनजाने आप खुद को एक महाभारत की ओर अग्रसर कर देते हैं.
कृष्ण गुरुकुल की सह-संस्थापिका साक्षी व रीमा नारंग ने बताया कि गीता जी के श्लोकों का संगीतमयी उच्चारण इस दौरान हुआ. इस कार्यक्रम में सतपाल अरोड़ा, संजीव लूथरा, प्रेम प्रकाश नारंग, सहकारिता प्रकोष्ठ बीजेपी से प्रमोद सलूजा, टैगोर स्कूल से राखी यादव, अलका दलाल, राज देवेश, कृष्ण कृपा सेवा समिति से गोबिंद लाल आहूजा, सुभाष गाबा, पे्रम पोपली, पंकज पाठक, आशीष गुप्ता, लक्ष्मण यादव समेत काफी भक्तजन उपस्थित रहे.