गुरुग्राम पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरूग्राम की सडक़ों पर जाम की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है। बारिश के दिनों में तो हालात बद से बदतर हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बारिश के पानी की निकासी को लेकर उचित प्रबंधन नहीं किया गया है। 2014 से 2019 तक जब वह मंत्री थे तो उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर होने वाली जलभराव की समस्या के समाधान के लिए बादशाहपुर ड्रेन का निर्माण कराया था। इससे हाईवे की जलभराव की समस्या का समाधान हो गया था। अब बादशाहपुर की जनता ने अवसर दिया तो कार्यभार संभालते ही सबसे पहला काम गुरूग्राम की सडक़ों को जाम मुक्त बनाने और यहां जलनिकासी का उचित प्रबंध करने का रहेगा।
राव नरबीर सिंह शुक्रवार को सेक्टर 69 स्थित ट्यूलिप व्हाइट सहित अन्य सोसायटियों में आयोजित सभाओं को सम्बोधित कर रहे थे। राव नरबीर सिंह ने कहा कि बादशाहपुर की जनता के आशीर्वाद से वह 2014 में चुनाव जीते और कैबिनेट मंत्री बने थे। उस समय गुरूग्राम की सडक़ों पर निकलने तक की जगह नहीं थी। हीरो होंडा चौक पर अंडरपास, राजीव चौक पर अंडरपास, सिग्रेचर टावर अंडरपास, महाराणा प्रताप चौक फ्लाइओवर, 9600 करोड़ की लागत से द्वारका एक्सप्रेस वेए सोहना एलीवेटेड रोड जैसे काम यहां पर उनके द्वारा कराए गए। गुरूग्राम की तस्वीर को उन्होंने बदलकर दिखाया था। आगे भी गुरूग्राम की जनता की हर परेशानी का समाधान कराना ही उनका ध्येय रहेगा।
सोसायटियों की प्रत्येक समस्या का होगा समाधान :
पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि बादशाहपुर की जितनी भी सोसाइटी है उन सभी की समस्याओं का समाधान कराना ही उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आरडब्ल्यूए सिर्फ वोट बैंक नहीं बल्कि बादशाहपुर की लाइफ लाइन है। 2014 से 2019 तक अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सोसाइटियों की समस्याओं का समाधान कराने का हर सम्भव प्रयास किया था। जिस भी सरकारी एजेंसी से सम्भव हो सका सडक़ों का निर्माण कराया गया। इन सोसायटियों में रहने वाले लोग भी इस बात से सहमत होंगे कि राव नरबीर सिंह के कार्यकाल में ही आरडब्ल्यूए की समस्याओं की ओर ध्यान दिया गया था और आगे भी केवल राव नरबीर सिंह ही मजबूती से हर आरडब्ल्यूए की समस्या का समाधान करा सकते हैं।
आपका साथ मिला तो फिर आगे बढ़ेगा विकास का कारवां :
राव नरबीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 से 2019 तक जब वह प्रदेश सरकार में मंत्री थे तो गुरूग्राम की जितनी भी रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन उनके पास समस्याएं लेकर आई उन तमाम समस्याओं का समाधान कराया गया था। आगे भी उनका प्रयास यही रहेगा कि किसी भी सेक्टर व कालोनी में कोई समस्या बाकी न रहे। उन्होंने कहा कि मंत्री रहते हुए गुरूग्राम के सेक्टरों व कालोनियों में ही नहीं बल्कि जो नए आवासीय क्षेत्र विकसित हुए थे उनमें भी सुविधाएं पहुंचाने में उन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। अपनी समस्याओं को लेकर जिस भी कालोनी के लोग उनतक पहुंचे थे उनकी तमाम समस्याओं का समाधान कराया गया था। तमाम आरडब्ल्यूए व कालोनियों की जो भी मांग है उन सभी को पूरा किया जाएगा। राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम में हर दिन लगभग 1200-1500 मीट्रिक टन कचरा निकलता है। यहां की आबादी 30 लाख से ज्यादा हो चुकी है। हज़ारों कंपनियां है। हर रोज हज़ारों टन कचरा निकल रहा है लेकिन न तो कभी नगर निगम के अधिकारियों व न ही ठेका लेने वाली फर्म ने इसे गम्भीरता से लिया। गुरूग्राम का साफ सुथरा शहर बनाना ही उनकी प्राथमिकता है।
मुझे अधिकारियों से काम कराना आता है :
राव नरबीर सिंह ने कहा कि 2014 से 2019 तक जब वह मंत्री थे तो अधिकारी एक फोन पर जनता का काम करते थे। ऐसा इसलिए था क्योंकि अधिकारी सरकार में उनकी ताकत को जानते थे। यह सब तभी हो सकता है जब आपका नेतृत्व मजबूत हो। बादशाहपुर का नेतृत्व जब तक मजबूत हाथों में था यहां पर 2014 से लेकर 2019 तक विकास का पहिया थमा ही नहीं था। 2019 के बाद कमजोर हाथों में नेतृत्व गया तो यहां के हालात भी बद से बदतर हो गए। अब फिर से समय आ गया है कि बादशाहपुर की जनता मजबूत नेतृत्व को ही अपनी कमान सौंपे। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम तेजी से विस्तार करता हुआ शहर हैं। यहां पर जितनी आबादी है उसके हिसाब से चिकित्सा सुविधा न के बराबर है। निजी अस्पतालों में लाखों रुपए में उपचार होता है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में चारों कोनों पर चार सरकारी अस्पताल होने चाहिए ताकि यहां के लोगों को सस्ता उपचार मिल सके। वहीं जिस हिसाब से आबादी बढ़ गई है उस हिसाब से चार सब्जी मंडियां यहां होनी चाहिए। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े सुधार की आवश्यकता है। वह जब मंत्री थे तो काकरोला में विश्वविद्यालय की स्थापना कराई तथा खेडक़ी माजरा में मेडिकल कॉलेज बनवाया। यह शिक्षण संस्थान हमारी आने वाली न जाने कितनी ही पीढिय़ों को शिक्षित करने के काम आएंगे। इसके साथ ही अधिकांश सरकारी स्कूलों को अपग्रेड करायाए लेकिन अभी भी शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार की जरूरत है।
गुरुग्राम का भाग्य तय करेगा यह चुनाव:
राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम हरियाणा के खजाने में 56 प्रतिशत राजस्व देता है लेकिन यह विकास के मामले में पिछले पांच सालों में बुरी तरह से पिछड़ा है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम की समस्याओं का अगर समय रहते समाधान नही हुआ तो यह कैंसर की तरह भयावह हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव गुरुग्राम का भाग्य तय करेगा। अगर आप लोगों को गुरुग्राम में विकास का पहिया 2014 से 2019 की तरह घूमता हुआ चाहिए तो मेरा साथ दें। इस अवसर पर सोसायटी आरडब्ल्युए कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारी समेत काफी संख्या में सोसायटीवासी मौजूद रहे।