जम्मू/ नई दिल्ली, 16 अक्टूबर 2025: अहिंसा विश्व भारती व विश्व शांति केंद्र के संस्थापक आचार्य लोकेश ने जम्मू में शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित “श्री अरविंदो सम्मान समारोह 2025” को संबोधित किया | इस अवसर पर देश के विभिन्न प्रांतों से आई 13 प्रतिभाओं को श्री अरविंदो सम्मान तथा संगठन के समर्पित कार्यकर्ताओं को शाश्वत पवन सम्मान से अलंकृत किया गया |विश्व शांतिदूत आचार्य लोकेशजी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि धर्म की सर्वश्रेष्ठ परिभाषा किसी एक पंक्ति में कही गई है, तो वह गोस्वामी तुलसीदास की यह पंक्ति है “परहित सरिस धरम नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।” पुरस्कृत विभूतियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि ये वे विभूतियाँ हैं जिनके पास भले संसाधन सीमित हों, लेकिन वे समाज और राष्ट्र को अपना सर्वस्व अर्पित कर रही हैं।

इस अवसर पर जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव जैन, शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष योगी अनूप नाथ, जम्मू प्रांत अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंह चांडक, महिला प्रमुख व पूर्व मेयर श्रीमती पूर्णिमा शर्मा, संजय शर्मा, सतपाल सिंह राठौर, चतर सिंह, प्रशांत कोतवाल, सरोज कुमार महापात्रा, वीरेंद्र सिंह, रवि कटारिया, सुनील कुमार गुप्ता और के.डी. पाठक सहित देशभर से अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे |
समारोह के पश्चात आचार्य लोकेशजी ने एक शिष्टमंडल के साथ माननीय उप राज्यपाल से भेंट कर उन्हे समारोह की जानकारी दी । आचार्य लोकेश जी ने अहिंसा विश्व भारती और विश्व शांति केंद्र के कार्यक्रमों के बारे में बताते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर मे भी जल्द अहिंसा विश्व भारती की ब्रांच प्रारंभ होने जा रही है |
उपराज्यपाल ने कहा कि आचार्य लोकेशजी ने सर्वधर्म सद्भाव और विश्व शांति के क्षेत्र में अथक प्रयास किए हैं | वो एक संत होने के साथ साथ प्रगतिशील समाज सुधारक भी हैं |
