16 August नई दिल्ली: भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चुनाव की तारीखों का ऐलान किया, और साथ ही आचार संहिता लागू करने की सूचना भी दी।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे:
– पहला चरण: 18 सितंबर 2024 को वोटिंग होगी।
– दूसरा चरण: 25 सितंबर 2024 को मतदान होगा।
– तीसरा चरण: 1 अक्टूबर 2024 को चुनाव संपन्न होंगे।
विशेष व्यवस्थाएँ: जम्मू-कश्मीर में 87 लाख 9 हजार वोटर हैं और 11,838 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन 735 मतदाता होंगे। महिलाओं और दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं, और 360 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। 19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा समाप्त हो जाएगी, और 20 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम
हरियाणा में विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर 2024 को एक ही चरण में होंगे।
चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को घोषित किए जाएंगे।
मतदाता विवरण: हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें 73 सामान्य और 17 अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं। राज्य में कुल 2 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं, जिनमें 85 लाख नए मतदाता शामिल हैं। 20,629 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, और बड़े शहरों में मल्टी स्टोरी इमारतों में भी पोलिंग बूथ होंगे।
आचार संहिता लागू
चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव की तरह, इस बार भी चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि देशभर ने लोकतंत्र के इस पर्व को उत्साह और स्नेह के साथ मनाया, और इस बार भी चुनाव की प्रक्रिया में वही जोश और प्रतिबद्धता देखने को मिलेगी।
चुनाव आयोग की तैयारियाँ
चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा दोनों राज्यों में चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए निरीक्षण दौरे किए थे। चुनाव आयोग की टीम ने 8-9 अगस्त को जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और वहां की तैयारियों का जायजा लिया।
निष्कर्ष
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही चुनावी प्रक्रिया ने गति पकड़ ली है। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव होगा, जबकि हरियाणा में चुनाव एक चरण में होंगे। दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो चुकी है, और चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की प्रतिबद्धता जताई है। मतदाता अब अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए तैयार हैं, और चुनाव की प्रक्रिया सुचारू और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।