दिल्ली , पूरे देश आज और कल यानि 6 और 7 को पूरे देश मे कृष्ण जनमास्टमी मनाई जाएगी आप को बात दे ही हर साल की तरह इस बार भी भद्रपद्ध माह की कृष्ण पछ की अष्टमी के दिन कृष्ण जनमास्टमी मनाई जा रही है | इस दिन की ये मान्यता है की इस दिन भगवान विष्णु ने अपना रूप बदल के धरती पे श्री कृष्ण की के रूम मे अपना दूसरा अवतार लिया था | इसलिए जनमस्तमी के दिन भगवान के बाल रूप की पूजा की जाती है | कृष्ण जन्मउत्सव के बाद कृष्ण जी की पूजा की जाती है और आप को बात दे की रात के 12 बजने के बाद पारण भी किया जाता है | और माना जाता है की एसा करने से भक्तों के उपर भगवान श्री कृष्ण की कृपा हमेशा बनी रहती है और भक्तों के जीवन भी कोई भी परेसनी नहीं आती है और जीवन के सभी दुख दूर हो जाता है | तो आईए इस खबर के जरिए आप को बताते है साल 2023 के जनमास्टमी मे पूजा करने का शुभ मुहूत और उसके महत्व के बारे मे
कब कब मनाई जा रही है जनमास्टमी
वैदिक पंचाग के अनुसार आप को बात दे की इस साल भी भद्रपद्ध माह की कृष्ण पछ की अस्तमी की भी सुरुवात 6 सितंबर यानि आज से और दोपहर करीब 3.30 मिनिट से सुरू हो रही है और 7 सितंबर 2023 को सायं के करीब 4.15 मिनट पर खतम हो रही है । और ऐसी के साथ 6 सितंबर को शुभह के करीब 9.21 मिनिट पर रोहणी नछत्र भी सुरू हो रहा होगा और 7 तारिक को शुभह करीब 10.30 मिनिट पर रोहड़ी नछत्र खतम होगा और आप को बात दे की कृष्ण जी का जनम रोहड़ी नछत्र मे ही हुआ था । इसलिए आज के दिन ही जनमास्टमी मनाई जा रही है । और आप को बात दे की आज के दिन व्रत करने से और पूजा करने से आप को बहुत लाभ मिलेगा ।
जानिए कब है पूजा करने का शुभ मुहूत
जनमास्टमी के दिन यानि आज ही रात के 11.45 मिनिट से 12.45 मिनिट तक आप पूजा कर सकते है । इस विसेश योग मे पूजा पाठ की विधि विधान से आप को शुभ फलों की प्राप्ति होगी ।
जानिए क्या है जनमास्टमी का महत्व
आप को बात दे की हमारे सनातन धर्म मे कृष्ण जनमास्टमी का बहुत ही जादा महत्व है । आज के दिन ही भगवान विष्णु जी नव आठवे अवतार के रूम मे कृष्ण जी ने जनम लिया था । आज के इस शुभ अवसर पर आप लड्डू गोपाल और सालिग्राम जी की विसेश पूजा की जाती है और उनके साथ ही अभिषेक भी किया जाता है । मान्यता र\यह भी है की इस दिन ही कृष्ण जी ने बाल गोपाल के रूप की श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से शुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और आप का जीवन सफल हो जाता है ।