– चुनावी ड्यूटी में गैर हाजिर व ड्यूटी कटवाने की सिफ़ारिश करने वाले अधिकारियों के खिलाफ आरपीए की धारा 134ए व आईपीसी की धारा 188 के तहत होगी सख्त कारवाई: जिला निर्वाचन अधिकारी
– जिला में 1270 बूथों पर लगाई गई पोलिंग पार्टियों की ड्यूटी, प्रत्येक पार्टी में होंगे चार सदस्य
गुरुग्राम, 19 अप्रैल।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि लोकसभा आम चुनाव में पोलिंग पार्टी में शामिल कोई भी अधिकारी ड्यूटी के दौरान गैरहाजिर रहा अथवा चुनाव में ड्यूटी कटवाने के लिए किसी भी प्रकार की सिफारिश करता है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 134ए व भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीसी निशांत कुमार यादव शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में पोलिंग स्टाफ की पहली रैंडमाइजेशन प्रक्रिया संपन्न होने के उपरांत अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। जिला निर्वाचन अधिकारी की मौजूदगी में रैंडमाइजेशन प्रक्रिया एनआईसी हरियाणा द्वारा तैयार किए गए सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरी कराई गई।
रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत चुनाव के समय भारत निर्वाचन आयोग की नियमावली के अनुसार पोलिंग
डीसी ने बैठक में रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया के बारे में बारीकी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत चुनाव के समय भारत निर्वाचन आयोग की नियमावली के अनुसार पोलिंग स्टाफ के रूप में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटियां निर्धारित की जाती है। उन्होंने बताया कि जिला में आगामी 25 मई को लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर 1270 बूथ बनाए गए हैं। सभी बूथों पर निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत 1270 पोलिंग पार्टियों की ड्यूटी लगाई गई है व 636 पोलिंग पार्टियों को रिजर्व रखा गया है। प्रत्येक पार्टी में चार सदस्य होंगे। जिनकी 25 से 28 अप्रैल के बीच सेक्टर 44 स्थित अपैरल हाउस में चुनावी प्रक्रिया से संबंधित ट्रेनिंग कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि ड्यूटियां लगाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि चुनाव के दौरान पोलिंग स्टाफ के कर्मचारी की उसके गृह ब्लॉक में ड्यूटी ना लगाकर अन्य ब्लॉक में लगाई जाए।
जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों में 1270 पोलिंग बूथ हैं।
डीसी ने बताया कि 25 अप्रैल को सुबह नौ बजे, दोपहर 12 बजे और तीन बजे पटौदी विधानसभा क्षेत्र, 26 अप्रैल को इसी प्रकार तीन चरणों में बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र, 27 अप्रैल को गुरुग्राम एवं 28 अप्रैल को सोहना विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्रों पर नियुक्त होने वाले पीठासीन व वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों को चुनाव का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों में 1270 पोलिंग बूथ हैं। इन सभी पोलिंग बूथ के अलावा रिजर्व में रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को यह ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रैनिंग सेशन के दौरान सभी पीठासीन व वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों को 320 -320 के बैच में बांटा गया है। प्रत्येक दिन तीन बैच को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इन चारों दिन ट्रेनिंग में ईवीएम की कंट्रोल यूनिट, बैलेट पेपर यूनिट, वीवीपैट मशीन, अपने बूथ को संभालना, मतदान प्रक्रिया से संबंधित फार्मों को भरना, मतदान किट को ग्रहण करना और सामान वापस जमा करवाना आदि के बारे में विस्तार से समझाया जाएगा। उन्होंने बताया कि निर्वाचन विभाग से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर सभी पीठासीन और वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इसमें महत्वपूर्ण भूमिका गुरुग्राम के एसडीएम रविन्द्र कुमार व रोडवेज जीएम प्रदीप अहलावत की रहेगी।
बैठक में बादशाहपुर के एसडीएम विश्वजीत चौधरी, सोहना के एसडीएम सोनू भट्ट, एडिशनल लेबर कमिश्नर कुशल कटारिया, गुरूग्राम के एसडीएम रविंद्र कुमार, मानेसर के एसडीएम दर्शन यादव, पटौदी के एसडीएम होशियार सिंह, सीटीएम कुंवर आदित्य विक्रम, ओएसडी टू डीसी प्रीति रावत, इलेक्शन तहसीलदार राजेन्द्र सिंह, हरसरु के नायब तहसीलदार आशीष मलिक, कादीपुर के नायब तहसीलदार अजय मलिक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।