कैंडल मार्च का आयोजन उस घटना की गंभीरता को दर्शाने और पीड़िता के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करने के लिए किया गया। इसमें शामिल डॉक्टरों ने तख्तियों और मोमबत्तियों के साथ मार्च किया, जिसमें उनके हाथों में संदेश लिखे हुए थे जैसे “जस्टिस फॉर विक्टिम” और “सेफ्टी फर्स्ट”। उन्होंने बलात्कार और हत्या के खिलाफ अपनी आवाज उठाई और दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की।
इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। मार्च के दौरान डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन से सुरक्षा के ठोस उपायों की मांग की ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया कि अस्पताल परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था हो।
कैंडल मार्च ने समाज में एक मजबूत संदेश भेजने का प्रयास किया है कि चिकित्सा समुदाय ऐसे गंभीर अपराधों के खिलाफ एकजुट है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह से समर्पित है। डॉक्टरों ने प्रदर्शन के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि वे पीड़िता के परिवार के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं और न्याय की उम्मीद करते हैं।
इस घटना ने चिकित्सा समुदाय और आम जनता के बीच सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। डॉक्टरों का यह कैंडल मार्च केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह एक सामाजिक अभियान भी था जो बलात्कार और हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाने और बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग करने का एक माध्यम था।
मार्च के अंत में, डॉक्टरों ने पीड़िता की याद में एक मोमबत्ती जलाने के साथ-साथ एक संक्षिप्त प्रार्थना सभा भी आयोजित की, जिसमें उन्होंने पीड़िता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिवार के लिए सांत्वना प्रकट की। इस प्रदर्शन ने एकजुटता, संवेदनशीलता, और समाज में सुरक्षा और न्याय की आवश्यकता को स्पष्ट किया है।