रान पुलिस को संदेह हुआ कि मामला कुछ और ही है।
गुरुग्राम, 02 सितंबर 2024: गुरुग्राम पुलिस ने झूठी लूट की शिकायत दर्ज कराने वाले एक ऑटो रिक्शा चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। शिवप्रताप नामक व्यक्ति ने 29 अगस्त 2024 को थाना सैक्टर-56 में शिकायत दर्ज कराई थी कि तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उसका ऑटो रिक्शा, मोबाइल फोन, और नकदी लूट ली थी। इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस की गहन जांच में खुलासा
अभियोग के अनुसार, शिवप्रताप ने दावा किया था कि 28/29 अगस्त की रात को वह मेट्रो स्टेशन सैक्टर-56 के पास से ग्वाल पहाड़ी के लिए तीन यात्रियों को अपने ऑटो रिक्शा में बैठाकर ले जा रहा था। रास्ते में एक सुनसान स्थान पर उन यात्रियों ने उसका ऑटो, मोबाइल फोन और नकदी छीन ली। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस टीम ने निरीक्षक संदीप कुमार, प्रभारी अपराध शाखा डीएलएफ फेज-4, के नेतृत्व में जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि मामला कुछ और ही है। पुलिस ने जब विभिन्न सुरागों की जांच की, तो पता चला कि शिवप्रताप ने लोन पर लिया हुआ ऑटो रिक्शा बचाने के लिए यह झूठी कहानी बनाई थी। वह लोन की बकाया किस्तों से बचने के लिए इस तरह का झूठा मामला बनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था।
पुलिस ने किया सच का पर्दाफाश
गुरुग्राम पुलिस की सतर्कता और मुस्तैदी से इस झूठ का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने शिवप्रताप के कब्जे से ही वह ऑटो रिक्शा और मोबाइल फोन बरामद कर लिया, जिसे उसने लूटे जाने का दावा किया था।
झूठी शिकायत पर कानूनी कार्रवाई
उप-निरीक्षक अशोक कुमार ने इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए शिवप्रताप के खिलाफ धारा 217 BNS के तहत कार्रवाई की है। शिवप्रताप पर झूठी शिकायत देकर पुलिस को गुमराह करने और पुलिस का समय बर्बाद करने का आरोप लगाया गया है।
गुरुग्राम पुलिस की चेतावनी
इस घटना के बाद गुरुग्राम पुलिस ने जनता को चेतावनी दी है कि झूठी शिकायतें देना एक कानूनी अपराध है और इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे केवल वास्तविक आवश्यकताओं के समय ही पुलिस से संपर्क करें। यदि किसी व्यक्ति को पुलिस की आवश्यकता हो, तो वे तुरंत पुलिस से सहायता प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन किसी भी प्रकार की झूठी शिकायत से बचना चाहिए।
गुरुग्राम पुलिस जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए 24×7 तत्पर है और वह हमेशा सही जानकारी पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। इसलिए, पुलिस को केवल सत्य और आवश्यक मामलों में ही सूचित करें।