- डीएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक अमित खत्री ने गुरुग्राम में की ऑपरेशनल रिव्यू बैठक
- उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति का लाभ देना विभाग की प्राथमिकता: अमित खत्री
गुरुग्राम, 26 अक्तूबर।
प्रबंध निदेशक अमित खत्री ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की ऑपरेशनल रिव्यू कमेटी (ओआरसी) बैठक की। सिविल लाइन्स स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित इस बैठक में बिजली निगम द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों की समीक्षा की गई और करवाए जा रहे सभी विकास कार्यों का विवरण दिया गया।
प्रबंध निदेशक ने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि दिसंबर माह से पहले हमारे जो भी पैरामीटर है। उन पर कार्य करते हुए जिन जिलों में लाइन लॉस ज्यादा हैं उनमें आवश्यक सुधार लाने का प्रयास करें। वहीं जिन स्थानों पर सर्वाधिक चोरी की घटनाएं हैं, वहां विशेष अभियान चलाकर दोषी के खिलाफ निर्धारित कार्रवाई अमल में लाई जाए।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि जिन 11 केवी फीडर पर उनकी निर्धारित क्षमता से अधिक लोड है उसे आगामी गर्मियों से पहले मासिक लक्ष्य निर्धारित कर उनकी लोड क्षमता बढ़ाई जाए। वहीं जगमग योजना के तहत भी जो फीडर निर्धारित लोड से अधिक भार पर काम कर रहे हैं उनका लोड भी बढ़वाना सुनिश्चित करें। श्री खत्री ने बिजली विभाग द्वारा दी जा रही विभिन्न सेवाओं के संदर्भ में फीडबैक बिंदु की समीक्षा करते हुए कहा कि आगामी दिसंबर माह में होने वाले समीक्षा बैठक से पूर्व यदि नेगेटिव फीडबैक की संख्या में कमी नही आई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विकास कार्यों की प्रगति में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारियों को जो लक्ष्य दिए गए हैं।वे उन पर पूरी तन्मयता से
कार्य करते हुए उन्हें पूरा करे। उन्होंने कहा कि यह समीक्षा लगातार जारी रहेगी।
समीक्षा बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर सिलसिले वार विचार विमर्श
करने के साथ ही विभाग की सेवाओं व सुविधाओं में कैसे ओर बढ़ोतरी की जाए इसके लिए उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों से सुझाव भी मांगे गए। बैठक में बैंक में प्रेषण (आरआईबी), राजस्व लक्ष्य की स्थिति और लक्ष्य प्राप्ति की स्थिति तय की गई। एटीएंडसी/वितरण हानियों और संग्रह दक्षता की स्थिति, वितरण ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति (क्षति दर), ‘म्हारा गांव, जगमग गांव’ योजना के तहत स्थिति व प्रगति, कुल आरडीएस फीडर, कार्य पूर्ण, कार्य प्रगति पर या पूर्ण होने की संभावना, फीडर जहां कार्य अभी शुरू होना है, 24 घंटे चलने वाले फीडरों की हानि का विवरण दिया गया। एलआरपी (शहरी फीडर) की स्थिति व इसके नुकसान, बकाया राशि की स्थिति व उसके बढ़ने के कारण, सरकार के विभागों पर बकाया के समाधान की स्थिति, सोशल मीडिया, ऑनलाइन पोर्टल अर्थात सीएम विंडो, जन संवाद, एएएस पोर्टल, सीपीग्राम्स, एसएमजीटी पोर्टल आदि की गतिविधियों की स्थिति व प्रदर्शन, नया कनेक्शन, सरल टिकट और सरल स्कोर का विवरण लिया गया। एमसीओ, पीडीसीओ, बढ़े हुए बिलों के लंबित होने की स्थिति, चोरी का पता लगाने की स्थिति, प्रयोगशाला से जांच के लिए पैक किए गए संदिग्ध चोरी के मीटरों की स्थिति, उप केन्द्रों, फीडरों एवं वितरण ट्रांसफार्मरों के निवारक व अनुरक्षण की स्थिति तथा दिए गए कार्यादेश का विवरण एवं उनकी भौतिक व वित्तीय प्रगति जानी गई। अपवाद रिपोर्ट की स्थिति, उस पर की गई कार्रवाई, ब्रेकडाउन व ट्रिपिंग की स्थिति, खराब मीटर, इलेक्ट्रो मैकेनिकल मीटर के प्रतिस्थापन की स्थिति, ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने की स्थिति सुझाव व टिप्पणियां, मॉडल फीडर क्रियान्वयन कार्यक्रम के तहत चयनित फीडरों पर की गई कार्रवाई, अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण की स्थिति के साथ-साथ कार्यादेशों का विवरण तथा भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई। उल्लंघन के कारणों के साथ-साथ मुख्य लेखा परीक्षक, एम एंड पी टीम के साथ-साथ ऊर्जा लेखा परीक्षा टीम द्वारा देखी गई टिप्पणियों पर की गई कार्रवाई रिपोर्ट, एसीडी के अपडेशन की स्थिति बताई गई। ऑपरेशन समीक्षा बैठक में मौसम अनुसार तैयारी, कंडक्टरों को कसने व बदलने के लिए अभियान तथा निर्धारित लक्ष्य, एकीकृत बिलिंग सॉफ्टवेयर स्थिति, परिवार पहचान-पत्र से लिंक, आरटीएस प्रदर्शन डैशबोर्ड के तहत ऑटो अपील सिस्टम पोर्टल पेंडेंसी आदि की भी समीक्षा की गई।
इस बैठक में ऑपरेशन निदेशक नीरज आहूजा, प्रोजेक्ट्स निदेशक सुरेश बंसल, मुख्य अभियंता(ओ) विनीता सिंह, मुख्य अभियंता(ओ, हिसार) रजनीश गर्ग बिजली निगम के सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं कार्यकारी अभियंता सहित मॉनिटरिंग कार्यकारी अभियंता प्रदीप ढुल आदि मौजूद रहे।