विधायकों को धमकाने और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
नारनौल, हरियाणा:
दक्षिणी हरियाणा में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खिलाफ असंतोष की लहर तेज होती जा रही है। रेवाड़ी से भाजपा के पूर्व विधायक रणधीर कापड़ीवास ने सार्वजनिक मंच से राव इंद्रजीत पर तीखे राजनीतिक हमले किए, जिसमें उन्होंने उन पर विधायकों को धमकाने और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
कापड़ीवास ने नारनौल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “दक्षिणी हरियाणा को ऐसा नेता नहीं चाहिए, जो जनता से दूर रहता हो और विधायकों को धमकाने का काम करता हो।” उन्होंने राव इंद्रजीत पर आरोप लगाया कि वे दक्षिणी हरियाणा में ‘डॉन’ की तरह व्यवहार कर रहे हैं और अपनी सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
परिवारवाद के आरोप
रणधीर कापड़ीवास ने राव इंद्रजीत पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “राव इंद्रजीत अपनी बेटी को राजनीति में आगे बढ़ा रहे हैं, जबकि पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।” कापड़ीवास ने दावा किया कि राव इंद्रजीत की राजनीतिक गतिविधियों में भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं की भूमिका कम होती जा रही है, और उनका सारा ध्यान केवल अपने परिवार को मजबूत करने पर है।
राव इंद्रजीत की मुख्यमंत्री से अनबन के कारण दक्षिणी हरियाणा के विकास कार्य प्रभावित
कापड़ीवास ने यह भी कहा कि राव इंद्रजीत की मुख्यमंत्री से अनबन के कारण दक्षिणी हरियाणा के विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। “पिछले आठ सालों में, हमारे क्षेत्र में विकास इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि राव इंद्रजीत हमेशा मुख्यमंत्री के साथ टकराते रहे। इससे पूरे दक्षिण हरियाणा को नुकसान हुआ है,” उन्होंने कहा।
जनता से अपील की कि वे ऐसे नेता को सबक सिखाएं जो विधायकों और जनता से दूरी बनाता हो।
रणधीर कापड़ीवास ने दक्षिणी हरियाणा की जनता से अपील की कि वे ऐसे नेता को सबक सिखाएं जो विधायकों और जनता से दूरी बनाता हो। उन्होंने कहा, “विधायकों को धमकाने वाले नेता को अपनी वोट की ताकत से जनता को जवाब देना चाहिए। अब समय आ गया है कि ऐसे नेताओं से दूरी बनाई जाए और विकासशील नेताओं को मौका दिया जाए।”
भाजपा नेतृत्व पर सवाल
कापड़ीवास ने भाजपा नेतृत्व पर भी सवाल उठाए और कहा कि पार्टी को ऐसे नेताओं से सावधान रहना चाहिए जो पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को पीछे छोड़कर अपने स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा को अपने पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं को महत्व देना चाहिए, ताकि पार्टी को नुकसान न हो और जनता का विश्वास बना रहे।”
चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं। जनता और पार्टी कार्यकर्ता इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं,
रणधीर कापड़ीवास के इस बयान ने दक्षिणी हरियाणा की राजनीति में हलचल मचा दी है। राव इंद्रजीत सिंह के खिलाफ उठे इस गुस्से ने आने वाले चुनावों में भाजपा की रणनीति और नेतृत्व के लिए चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं। जनता और पार्टी कार्यकर्ता इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं, यह आने वाले दिनों में देखने वाली बात होगी।
मुख्य बिंदु:
- राव इंद्रजीत सिंह पर विधायकों को धमकाने और परिवारवाद का आरोप।
- विकास कार्यों में रुकावट के लिए मुख्यमंत्री से उनकी अनबन को जिम्मेदार ठहराया गया।
- पूर्व विधायक रणधीर कापड़ीवास ने जनता से ऐसे नेताओं से दूरी बनाने की अपील की।