- लड़कियां अच्छा पढ़े, आत्मविश्वास रखे और आगे बढ़े- हरियाणा राज्यपाल दत्तात्रेय
- जब दत्तात्रेय 10 मिनट के लिए अध्यापक बने
चंडीगढ़, 05 अप्रैल |
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बुधवार को कहा कि लड़कियां अच्छा पढ़े और आगे बढ़े. उन्होंने लड़कियों से कहा कि वे आत्मविश्वास रखे और हिम्मत से काम ले.
दत्तात्रेय बुधवार को दिल्ली के कस्तूरबा बालिका विद्यालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस कार्यक्रम में भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविंद, हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष शंकर कुमार सान्याल, अक्षय पात्रा संस्थान के ट्रस्टी भरत ऋषभ दास, सहयोग संस्थान की अध्यक्ष सुश्री स्वाति कोविंद, कस्तूरबा बालिका विद्यालय के प्रबंधक श्याम सूरी तथा विद्यालय की उप प्रधानाचार्य अनिता शर्मा भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में रामनाथ कोविंद तथा राज्यपाल दत्तात्रेय ने प्रत्येक कक्षा में पहले व दूसरे स्थान पर रही छात्राओं तथा खेलो में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली विद्यालय की छात्राओं को पुरस्कृत किया. इस विद्यालय में 1100 से अधिक छात्राएं शिक्षारत है.
अपने सम्बोधन में दत्तात्रेय ने कहा कि वे 10 मिनट के लिए राज्यपाल नहीं बल्कि एक शिक्षक है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की प्रेरणा से शुरू हुए इस विद्यालय से निकलने वाली हर लड़की कस्तूरबा जैसी बने. उन्होंने बताया कि कस्तूरबा गांधी ने अपना कर्तव्य निभाया और उस समय समाज, विशेषकर महिलाओं को देश सेवा का रास्ता दिखाया, उन्हें प्रेरित किया. वे आजादी आन्दोलन में महात्मा गांधी के साथ जेल भी गई. दत्तात्रेय ने कहा कि उनके बीच उपस्थित पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक सामान्य परिवार से आकर देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचे. इन्होंने उदाहरण पेश किया कि अपनी मेहनत से साधारण परिवार का व्यक्ति भी देश के सर्वोच्च पद को हासिल कर सकता है. दत्तात्रेय ने वार्षिक समारोह में उपस्थित छात्राओं से पूर्व राष्ट्रपति कोविंद को अपना आदर्श बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सुश्री स्वाति कोविंद भी निस्वार्थ भाव से इस विद्यालय के लिए काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि इस विद्यालय की कक्षा 9वीं से 12वीं तक की सभी छात्राओं को विद्यालय की ओर से लैपटॉप वितरित किए गए है और कक्षा दूसरी से आठवीं तक की छात्राओं को टैबलेट भी दिए गए है. यहाँ पर बालिकाओं को कंप्यूटर की आधुनिक शिक्षा दी जा रही है. दत्तात्रेय ने छात्राओं से कहा कि वे उच्च शिक्षा हासिल करके अपनी संस्था ही नहीं अपितु अपने माता-पिता और देश का नाम ऊंचा करें. राज्यपाल ने छात्राओं को दो तोतों की कहानी सुना कर संदेश दिया कि हम जिस वातावरण में रहेंगे, वैसे ही बनेगें.