- आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली को किया चारों और से बंद
- हरियाणा प्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता और सीनियर लीडर डॉ. अशोक तंवर ने अंधेरिया मोड़ पर किया प्रदर्शन
- पीरागढ़ी मैन चौक पर वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा के नेतृत्व में लगातार तीन घंटे तक जाम लगाए रखा
- चौधरी निर्मल सिंह और चित्रा सरवारा भी रहीं पीरागढ़ी प्रदर्शन में मौजूद
- सैंकड़ों से ज्यादा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ सभी को मंगोलपुरी थाने ले जाया गया
- हरियाणा प्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता और वरिष्ठ नेता डॉ. अशोक तंवर को फतेहपुर बेरी थाने ले जाया गया
- दिल्ली के आधा दर्जन थानों में हरियाणा के आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को ले जाया गया
- दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के समर्थन में सड़कों पर उतरी: डॉ. सुशील गुप्ता
- मोदी सरकार को हटाने तक आम आदमी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा: अनुराग ढांडा
- तानाशाही पर उतरी मोदी सरकार, कार्यकर्ताओं को बंधक बनाया: डॉ. अशोक तंवर
- देश को विपक्ष हीन कर देना चाहती है भारतीय जनता पार्टी: चौ. निर्मल सिंह
दिल्ली/ चंडीगढ़, 16 अप्रैल |
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सीबीआई द्वारा समन देने के विरोध में हरियाणा के आप नेता रविवार को दिल्ली पहुंचे. यहां केजरीवाल के समर्थन में उतरे हरियाणा के आप नेताओं ने अंधेरिया मोड़ और पीरागढ़ी चौक पर प्रदर्शन शुरू किया. आप नेताओं ने सड़क पर जाम लगा दिया और नारेबाजी की. इस दौरान आप नेता और वर्कर सड़क पर लेट गए, लेकिन दिल्ली पुलिस उन्हें घसीटते हुए उठाकर ले गई.
पुलिस ने हरियाणा के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता, वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा, डॉ. अशोक तंवर, अंबाला से पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, चित्रा सरवारा समेत सैंकड़ों को बस में बैठा लिया और पुलिस उन्हें दिल्ली के आधा दर्जन अलग-अलग थानों में ले गई.
डॉ. सुशील गुप्ता और डॉ.अशोक तंवर को फतेहपुर बेरी थाने में ले जाया गया
इससे पूर्व, हरियाणा प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता और वरिष्ठ नेता अशोक तंवर को भी सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ अंधेरिया मोड़ से गिरफ्तार कर दक्षिणी दिल्ली के फतेहपुर बेरी थाने ले जाया गया. पुलिस ने सीबीआई की पूछताछ चलने तक उन्हें अपनी हिरासत में ही रखा.
वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा समेत सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को मंगोलपुरी थाने ले जाया गया
वहीं वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा, चौधरी निर्मल सिंह और चित्रा सरवारा समेत सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को मंगोलपुरी पुलिस स्टेशन और नकलोई पुलिस स्टेशन ले जाया गया. आप नेताओं ने दिल्ली के पीरागढ़ी चौक को तीन घंटे के लिए जाम कर दिया. सीएम अरविंद केजरीवाल से सीबीआई की पूछताछ के विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू की और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए. इस दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर लेट गए. उन्हें कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया.
प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि मोदी सरकार तानाशाही की तरफ बढ़ रही हैं, विकल्प के रूप में देश की जनता आम आदमी पार्टी को देख रही है. इसलिए मोदी सरकार डर गई है. अरविंद केजरीवाल से पूरे देश की जनता लगातार जुड़ती जा रही है.रविवार को दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के समर्थन में घरों से निकलकर सड़कों पर उतर आई है.
वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि जब विधानसभा से अरविंद केजरीवाल ने अडानी के काले धन के बारे में जानकारी दी, तब से मोदी सरकार जानबूझकर अरविंद केजरीवाल को परेशान करने में लगी है. आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा कर बीजेपी सरकार पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को कमजोर करना चाहती है, लेकिन दिल्ली समेत अन्य राज्यों से आम आदमी पार्टी को समर्थन मिल रहा है. आम आदमी पार्टी ऐसे ही देश की जनता की आवाज उठाती रहेंगी और मोदी सरकार को हटाने तक संघर्ष जारी रहेगा.
वरिष्ठ नेता डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि मोदी सरकार तानाशाही पर उतर आई है. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने तक आम आदमी पार्टी का अभियान जारी रहेगा. शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने पर सांसद और विधायक को जबरदस्ती गिरफ्तार करके थाने में बंद कर रखा है. आम आदमी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा.
वरिष्ठ नेता चौधरी निर्मल सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार देश को विपक्ष हीन बनाना चाहती है. बीजेपी सरकार लोकतंत्र का अपमान करने पर तुली है. दिल्ली में हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं और लोगों को पुलिस ने कैद कर रखा है, जोकि मोदी सरकार की तानाशाही है. इसे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
इस मौके पर कुलदीप गदराना, दलबीर किरमारा, विकास नेहरा, पुनीत गर्ग, वीरेंद्र कुमार, उमेश शर्मा, नरेंद्र सरोहा, ओम प्रकाश गुप्ता, बीर सिंह सरपंच, मुकेश डागर, धर्मबीर भड़ाना, अमन गोयल, विनोद भाटी, विवेक लांबा, पंकज बेनीवाल, डॉ. मनीष यादव, करण सिंह धनखड़, पवन फौजी, पवन हिन्दुस्तानी, शक्ति बेनीवाल, जीएम धनराज कुंडु, भूपेंद्र सिंह जून, करतार सिंह तंवर, डॉ. महेश शर्मा, जसमेर सिंह संधू और रविंद्र जाखड़ मुख्य रूप से मौजूद रहे.