बांग्लादेश सरकार ने दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। सरकार ने कहा है कि देश में दुर्गा पूजा समारोह को आयोजित करने की अनुमति दी जाएगी और इस पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होगा। साथ ही, सरकार ने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता कायम रहेगी और किसी भी समुदाय के खिलाफ भेदभाव नहीं होगा।
हाल के समय में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हुए हमलों के बाद देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सवाल उठे थे, खासकर धार्मिक त्योहारों के दौरान हिंसा की घटनाओं को लेकर। बांग्लादेश सरकार ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि देश में सांप्रदायिक हिंसा केवल हिंदू समुदाय तक सीमित नहीं है, बल्कि मुसलमानों पर भी उतने ही हमले हुए हैं।
सरकार का कहना है कि “हिंदुओं से ज्यादा मुसलमानों पर हमले हुए हैं” और यह बात देश के भीतर सभी समुदायों के खिलाफ हुई हिंसा के संदर्भ में कही गई है। यह बयान उन आरोपों के जवाब में आया है, जिसमें दावा किया गया था कि देश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश सरकार ने यह भी कहा कि हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी तरह की सांप्रदायिक तनाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बांग्लादेश सरकार ने इस बार दुर्गा पूजा के आयोजन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने का आश्वासन दिया है। सरकार और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए मंदिरों और पूजा पंडालों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे। स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अलावा, अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की जाएगी ताकि शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मनाया जा सके।
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री और सरकारी अधिकारियों ने देश के लोगों से अपील की है कि वे सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अफवाहों से दूर रहें। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी धर्म या समुदाय के खिलाफ किसी भी तरह के भेदभाव की इजाजत नहीं दी जाएगी और सभी नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा की जाएगी।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा, हिंदू समुदाय के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है, और यह देशभर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। हाल के वर्षों में, इस त्योहार के दौरान हुई हिंसक घटनाओं ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। सरकार ने इस बार पूरी तरह से तैयारी करने का वादा किया है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और हिंदू समुदाय अपने त्योहार को शांति और सुरक्षा के साथ मना सके।
बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास लंबा रहा है, लेकिन सरकार द्वारा इस बार दिए गए बयान और सुरक्षा उपायों से उम्मीद जताई जा रही है कि दुर्गा पूजा के दौरान शांति और भाईचारे का माहौल बना रहेगा।