गुरुग्राम, 08 अगस्त 2024 – दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मंडलायुक्त हिसार और डीएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक, पीसी मीणा ने घोषणा की है कि एक कार्यकारी अभियंता को सुरक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। यह पहल निगम के इतिहास में पहली बार की गई है, जिससे सुरक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।
सुरक्षा की आवश्यकता
पीसी मीणा ने कहा कि नागरिकों को बिजली निगम की लाइनों से कोई जान-माल का खतरा नहीं होना चाहिए। हाल के अवलोकनों में विद्युत लाइनों, खंभों, ट्रांसफार्मर और फीडर खंभों की खतरनाक स्थितियों की पहचान की गई है। मीटर और मीटर बॉक्स की खराब स्थिति भी गंभीर सुरक्षा चिंताओं का कारण बन सकती है, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
नागरिकों से सहयोग
श्री मीणा ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिजली की लाइनों से संबंधित किसी भी खतरे की सूचना सीधे मुख्यालय को दें। उन्होंने सुरक्षा अधिकारी के व्हाट्सएप नंबर 9050960500 पर नागरिकों से अपील की है कि वे खतरे की स्थिति की फोटो, वीडियो, गूगल लोकेशन या लैंडमार्क भेजें। इससे बिजली निगम त्वरित कार्रवाई कर सकेगा और किसी भी संभावित खतरे को रोक सकेगा।
सुरक्षा अभियान
सुरक्षा अभियान के तहत, एसडीओ स्तर पर कार्यरत स्टाफ, जैसे कनिष्ठ अभियंता, फोरमैन और लाइनमैन को गहन सुरक्षा अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्र प्रभारी को नियमित रूप से सभी विद्युत संपत्तियों की गश्त करनी होगी और किसी भी खामी या समस्या को पहचानकर उसे रिपोर्ट करना होगा।
निगरानी और निरीक्षण
सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एक निगरानी पुस्तिका तैयार की जाएगी, जिसमें सभी सिस्टम में पाए जाने वाले दोषों और कमियों का विवरण होगा। प्रत्येक माह के अंत में, संबंधित कर्मचारियों को गश्त रिकॉर्ड और प्रमाणपत्र जमा करने होंगे, जिसमें यह बताया जाएगा कि उनकी जिम्मेदारी के तहत प्रणाली सुरक्षित है।
दुर्घटनाओं की रोकथाम
मुख्य अभियंता ऑपरेशन पूरे क्षेत्र के लिए एक समेकित रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिसमें घातक और गैर-घातक दुर्घटनाओं के मामलों की जानकारी होगी। सभी संबंधित कार्मिकों को इन निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा, ताकि विद्युत प्रणालियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके।
निष्कर्ष
डीएचबीवीएन की यह पहल न केवल नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, बल्कि यह विद्युत प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे सुरक्षा संबंधी सूचनाएं समय पर दें और अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें।