नोएडा में गेस्ट हाउस से 42 लाख की चोरी:16 दिन बाद नौकर सहित 4 गिरफ्तार, कैश और गाड़ी बरामद
नोएडा। चपरासी व चालक ने ही यू फ्लेक्स कंपनी के गेस्ट हाउस में करोड़ों की चोरी कराई थी। इस मामले का खुलासा करते हुए नोएडा पुलिस ने चपरासी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान गाजियाबाद निवासी फरमान, बुलंदशहर निवासी सचिन गुप्ता, नेपाल निवासी शेर बहादुर थापा और गढ़वाल निवासी रंजीत सिंह के रूप में हुई है। इनके पास से 42 लाख की नकदी समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
सेक्टर-61 स्थित कंपनी के गेस्ट हाउस में दिवाली से पहले करोड़ों की चोरी हुई थी। गेस्ट हाउस में दिवाली के लिए कंपनी के कैश, ज्वेलरी आदि रखी गई थी। इसकी देखभाल के लिए केयर टेकर राम बहादुर और सिक्योरिटी गार्ड धीरेंद्र सिंह को तैनात किया गया था। चार नवंबर की सुबह राम बहादुर ने कंपनी अधिकारियों को गेस्ट हाउस में चोरी होने की सूचना दी थी। चोर दरवाजा तोड़कर कमरे में रखा कैश समेत अन्य सामान निकाल ले गए थे। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि चोरी करने वाले को गेस्ट हाउस में कैश व ज्वेलरी रखे होने की पहले से जानकारी थी।
कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस रविवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शेर बहादुर थापा कंपनी में चपरासी है। रंजीत कंपनी में ड्राइवर है। दोनों अमीर बनने के लालच में चोरी की योजना बनाई थी और अन्य लोगों को इसमें शामिल किया। शेर बहादुर पहले भी चोरी के एक मामले में जेल जा चुका है। वहां उसकी दोस्ती गिरफ्तार फरमान और फिलहाल फरार रोहित से हुई थी। इसके बाद इस योजना में बुलंदशहर निवासी गीता चौधरी समेत अन्य को शामिल किया गया। चालक रंजीत ने सभी को गेस्ट हाउस दिखा दिया था।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि चार नवंबर को रोहित, सचिन, फरमान और उनके दो साथी गेस्ट हाउस के अंदर पहुंचे। चालक रंजीत, शेर बहादुर थापा और गीता चौधरी बाहर खड़े रहे। फरमान और सचिन ने ताला तोड़ा और नकदी और गहने चोरी कर बाहर आ गए। पांचों ने ड्राइवर रंजीत, गीता चौधरी व शेर बहादुर को कार में बिठाकर चोरी का माल दिखाया। इसके बाद सभी चले गए। इस मामले में गिरफ्तार फरमान के खिलाफ 29, शेर बहादुर के खिलाफ तीन, सचिन गुप्ता पर पांच और रंजीत सिंह पर दो केस पहले से ही दर्ज हैं।