प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने और सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में नए आयामों की खोज पर गहन चर्चा की गई। यह बैठक भारत और सिंगापुर के बीच लंबे समय से चली आ रही आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को और विस्तार देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और लॉरेंस वोंग ने डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप्स, निवेश और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। सिंगापुर भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, और दोनों देश आर्थिक विकास के नए अवसरों की खोज में जुटे हुए हैं। बैठक में भारत में सिंगापुर से निवेश आकर्षित करने और दोनों देशों के बीच व्यापारिक आदान-प्रदान को सुगम बनाने पर भी चर्चा हुई।
इसके साथ ही, रक्षा सहयोग और सुरक्षा के मुद्दों पर भी विशेष ध्यान दिया गया। दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के महत्व को रेखांकित किया और इस क्षेत्र में उभर रही चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। भारत और सिंगापुर दोनों ही इस क्षेत्र में शांति और विकास के पक्षधर हैं, और यह बैठक उनके आपसी रक्षा सहयोग को और मजबूती देने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
इसके अलावा, पीएम मोदी और लॉरेंस वोंग ने नए वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार साझा किए, जिनमें जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, और वैश्विक अर्थव्यवस्था के मुद्दे शामिल रहे। उन्होंने भारत और सिंगापुर के बीच उभरते हुए क्षेत्रों, जैसे फिनटेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में सहयोग को भी और गहरा करने पर चर्चा की।
यह बैठक भारत और सिंगापुर के बीच पहले से ही मजबूत आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हुई। दोनों देशों ने भविष्य में अपने सहयोग को और भी गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई, जिससे न केवल उनके द्विपक्षीय रिश्ते सशक्त होंगे, बल्कि वैश्विक मंच पर भी उनकी साझेदारी एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगी।