Sunday, September 15, 2024

बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता व्यापार पर पड़ेगी भारी – वित्त वर्ष 2023-24 में बांग्लादेश से भारत ने 1154 वस्तुओं का किया था आयात

– पीएफटीआई चेयरमैन ने कहा बांग्लादेश में माहौल खराब रहा तो भारत को होगा नुकसान
गुरुग्राम : प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (पीएफटीआई) के चेयरमैन दीपक मैनी ने कहा कि बांग्लादेश में इस समय राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण है। भले ही वहां अंतरिम सरकार का गठन कर लिया गया है, मगर स्थिति के सामान्य होने में अभी लंबा समय लग सकता है। इससे भारत के उद्योग और व्यापार जगत के नकारात्मक रूप से प्रभावित होने की आशंका बलवती हो गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में बांग्लादेश से भारत द्वारा आयात किए गए कुल 1154 वस्तुओं का मूल्य 2.02 अरब डॉलर रहा था। जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 1.97 अरब डॉलर था। वहीं बांग्लादेश को भारत से भी कई वस्तुओं का निर्यात किया जाता है। गारमेंट उद्योग की बात करें तो इसका बांग्लादेश से काफी कुछ लेना-देना होता है।

भारत एक बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 

भारत बांग्लादेश के लिए चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है।
दीपक मैनी ने कहा कि बांग्लादेश, भारत एक बड़ा व्यापारिक साझेदार है। भारत बांग्लादेश के लिए चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। बांग्लादेश में भारत का काफी निवेश है। अखौरा-अगरतला रेल लिंक, खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन और मैत्री थर्मल प्लांट.अखौरा-अगरतला जो पहली ट्रेन सेवा प्रमुख है। यह रेल सेवा पूर्वोत्तर भारत को बांग्लादेश से जोड़ने में अहम भूमिका निभाती है। इंडियन रेलवे ने लाइन ऑफ क्रेडिट कार्यक्रम के अंतर्गत बांग्लादेश के रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में लगभग 1,000 करोड़ का निवेश किया है। पीएफटीआई चेयरमैन का कहना है कि कई प्रकार के उत्पाद हरियाणा से भी आयात-निर्यात किए जाते हैं। दिल्ली-एनसीआर के 50 से अ​धिक गारमेंट एक्सपोर्टर हैं जो बांग्लादेश में अपनी यूनिट कर भारत या अन्य देश में अपने प्रोडक्ट का निर्यात करते हैं। इन सभी ने लगभग 2000 करोड़ रुपये का निवेश वहां किया हुआ है। बांग्लादेश के वर्तमान हालात में इन सभी की सांसें अटकी हुईं हैं।

बांग्लादेश में अडानी समूह का भी भारी-भरकम निवेश है।
बांग्लादेश में अडानी समूह का भी भारी-भरकम निवेश है। अडानी पावर की ओर से वर्ष 2017 में बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट के साथ 25 साल का समझौता किया गया था। इस निवेश का क्या होगा इसके भविष्य के बारे में अभी कुछ जल्दबाजी होगी। बांग्लादेश में डाबर, मारिको, हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर ने भी खूब निवेश किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत पर बांग्लादेश की निर्भरता इतनी अ​धिक है कि वह किसी भी हाल में भारत का साथ नहीं छोड़ सकता है। बांग्लादेश में हीरो मोटोकॉर्प और टीवीएस असेंबलिंग प्लांट है। भारतीय टेलीकॉम कंपनी एयरटेल का बांग्लादेश की टेलीकॉम कंपनी रॉबी एक्सीआटा में 28 प्रतिशत का निवेश है।

हाल में ही आरंभ हुआ था रुपये में व्यापार…
भारत और बांग्लादेश के बीच हाल ही में रुपये में व्यापार की शुरुआत हुई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ 22 जून को इसे लेकर समझौतों किया था। फिलहाल भविष्य में यह समझौता किस प्रकार आगे बढ़ता है यह देखने वाली बात होगी।

भारत द्वारा बांग्लादेश को निर्यात किए जाने वाले उत्पाद…
– कपास धागा (1.02 अरब डॉलर)
– पेट्रोलियम उत्पाद (816 मिलियन डॉलर)
– अनाज (556 मिलियन डॉलर)
– सूती कपड़े और अन्य सामना (541 मिलियन अमेरिकी डॉलर)
– कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन (430 मिलियन डॉलर)
(आंकड़ा वित्तीय वर्ष 2023-2024)

बांग्लादेश से भारत द्वारा आयात किए जाने वाले उत्पाद
– आरएमजी कपास (510 मिलियन डॉलर)
– सूती कपड़े, मेड-अप (153 मिलियन डॉलर)
– आरएमजी मैन मेड (142 मिलियन डॉलर)
– मसाले (125 मिलियन डॉलर)
– जूट (103 मिलियन डॉलर)
(आंकड़ा वित्तीय वर्ष 2023-2024)

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