जिनकी विडियोस सोशल मिडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है।
जो व्यक्ति खुद अनपढ़ है वो बिहार और बिहार के युवाऔं के लिए बहेतर साबित कैसे हो सकता है
अब बडी और हैरान करने वाली खबर यह भी है कि बिहार के एक नही दो नही बल्की कई सारे एमएलए तो अनपढ़ निकले
बिहार 3 दिसंबर। जैसा कि आप सभी जानते है बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने किस तरह लोगों का ध्यान आपनी ओर केंद्रित किया जिसने सियासी रंजिशों को गरमा दिया है। बिहार में एनडीए की बमपर जीत के बात, नितिश कुमार को एक बार फिर मुख्यामंत्री के रुप मे चुना गया।
लो जी …. सुशान बाबू जीत भी गए मुख्यामंत्री भी बन गए शपथ भी ले लिया गया , यहा तक की कई बडे दावे और फैसले भी कर लिए… विधानसभा का पहला शेशन भी हो गया … पर आखिर सवाल ये है कि हुआ कैसा?……
बिहार और बिहार के बाहुबली हमेशा से चर्चा के केंद्र रहे है। वही अब बडी और हैरान करने वाली खबर यह भी है कि बिहार के एक नही दो नही बल्की कई सारे एमएलए तो अनपढ़ निकले …..
एक तिहाई से अधिक विधायक अभी भी औपचारिक शिक्षा में उच्च स्तर तक नहीं पहुंचे
जिनकी विडियोस सोशल मिडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमे बिहार के बाहुबलियो कि पत्नियाँ शपथ भी ठीक तरह से न पढ़ती नजर आ रही है। इससे तो यही साबित होता है कि जो व्यक्ति खुद अनपढ़ है वो बिहार और बिहार के युवाऔं के लिए बहेतर साबित कैसे हो सकता है? बिहार कि जनता ने ऐसे लोगों को अपना वोट देके स्वंय अपना भविष्य खतरे मे डाल दिया है।
35% विधायकों की शिक्षा 5वीं से 12वीं तक है।
56 विधायक 12वीं पास हैं, 21 विधायक 10वीं पास और 6 विधायक 8वीं पास
वही आपको बता कि… बिहार की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बार की विधानसभा में पढ़ाई-लिखाई के मामले में पिछले चुनाव की तुलना में काफी सुधार किया गया है। कुल 243 सिटों पर हुए विधानसभा चुनाव मे 20 ऐसे विधायक हैं जिनके पास पीएचडी की डिग्री है। यह संख्या यह दर्शाती है कि बिहार में शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है और अधिक से अधिक पढ़े-लिखे लोग राजनीति में कदम रख रहे हैं। इसके बाद 48 विधायक ऐसे है जो पोस्ट ग्रेजुएट हैं, जबकि 59 विधायक ग्रेजुएट हैं। इसके अलावा, 20 ऐसे विधायक हैं जिनके पास इंजीनियरिंग, मेडिकल या अन्य प्रोफेशनल डिग्रियाँ हैं। यानी कुल मिलाकर 235 सदस्यों में से लगभग 147 विधायकों के पास ग्रेजुएशन या उससे ऊपर की डिग्री है, जो 60% से अधिक है। हालांकि, शिक्षा के स्तर मे बढोतरी के बावजूद, इस बार भी कुछ विधायक ऐसे है जो ज्यादा पढ़े लिखे नही है। कुल 84 विधायक यानी लगभग 35% विधायकों की शिक्षा 5वीं से 12वीं तक है। इनमें 56 विधायक 12वीं पास हैं, 21 विधायक 10वीं पास और 6 विधायक 8वीं पास हैं और 1 विधायक केवल 5वीं पास है। इसके अलावा, 7 विधायक ऐसे भी हैं जो केवल पढ़ना-लिखना जानते हैं लेकिन उनकी फॉर्मल स्कूलिंग नहीं हुई। पांच विधायक डिप्लोमा धारक हैं। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि एक तिहाई से अधिक विधायक अभी भी औपचारिक शिक्षा में उच्च स्तर तक नहीं पहुंचे हैं। लेकिन फिर भी बिहार की जनता द्वारा उन्हें वोट देकर जिताया गया है।
