मुंबई के दादर, अंधेरी, सायन, मुलुंड, कुर्ला, और चेंबूर जैसे इलाकों में भारी बारिश की वजह से सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस जलभराव के कारण कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है और लोग लंबे समय तक सड़कों पर फंसे रहे। कुछ स्थानों पर निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण वाहनों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है।
लोकल ट्रेन सेवाओं पर भी बारिश का असर देखा जा रहा है, जो कि मुंबई की जीवनरेखा मानी जाती हैं। कुछ रूट्स पर ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जिससे ऑफिस जाने वाले यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा। विशेष रूप से मध्य और पश्चिमी रेलवे की ट्रेन सेवाएं बारिश के कारण प्रभावित हुई हैं। रेल प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए जा रहे हैं।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले 24 से 48 घंटों में मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इस दौरान नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है और जरूरी काम न होने पर घर से बाहर न निकलने की चेतावनी जारी की है।
नगर निगम (BMC) ने भी बारिश के चलते उत्पन्न हो रही समस्याओं से निपटने के लिए तैयारी की है। बीएमसी द्वारा जल निकासी के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश से स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। बीएमसी की टीमों ने जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी निकालने के लिए पंप लगाए हैं, और जगह-जगह कर्मचारियों को तैनात किया है ताकि यातायात और जलभराव की समस्याओं को नियंत्रित किया जा सके।
इस भारी बारिश का असर स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों पर भी पड़ रहा है। कई लोग समय पर अपने कार्यालय नहीं पहुंच पाए, और बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति भी कम देखी जा रही है। कुछ संस्थानों ने कर्मचारियों और छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर वर्क फ्रॉम होम या छुट्टी की घोषणा की है।
हालांकि, लगातार हो रही इस बारिश ने लोगों को उमस और गर्मी से राहत दी है। मॉनसून के आगमन के साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, और शहर में ठंडक का माहौल बना हुआ है। कई लोग इस मौसम का आनंद लेने के लिए घरों में चाय और पकौड़ों का लुत्फ उठा रहे हैं।
मुंबई में मॉनसून के दौरान इस तरह की भारी बारिश आम है, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक की समस्याओं से नागरिकों को हर बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशासनिक और आपातकालीन सेवाओं को सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
बारिश के इस मौसम में नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें, निचले इलाकों में अनावश्यक रूप से न जाएं, और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।