हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार चुपके से सामान्य वर्ग को आरक्षण देने की योजना बना रही है, और यह वर्गीकरण के माध्यम से किया जाएगा। मायावती ने चेतावनी दी कि यह कदम समाज में असमानता को बढ़ाएगा और इससे कमजोर वर्गों के अधिकारों पर खतरा मंडरा सकता है। उन्होंने उपस्थित समर्थकों से अपील की कि वे इस योजना के खिलाफ एकजुट हों और इसकी सच्चाई को समझें।
मायावती ने आगे कहा कि जब तक समाज के सभी वर्गों को समान अधिकार नहीं मिलते, तब तक वास्तविक विकास संभव नहीं है। उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से सामाजिक न्याय और समानता के लिए संघर्ष करती रही है, और वे इस मुद्दे पर कभी पीछे नहीं हटेंगी।
इस रैली में इनेलो के नेता अभय चौटाला भी शामिल थे। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार की नीतियों से जनता को काफी नुकसान हो रहा है। अभय चौटाला ने घोषणा की कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे बिजली मीटर उखाड़ने के लिए तैयार हैं और इस दौरान नमक-मिर्च के 1100 रुपये भी देंगे। यह उनकी ओर से एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी थी, जो यह दर्शाती है कि सरकार की ओर से आम जनता की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
चौटाला ने आगे कहा कि जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, और उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वे किसके लिए वोट दे रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे आम जनता के मुद्दों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
इस रैली ने हरियाणा की राजनीतिक गतिविधियों में एक नई धार जोड़ दी है। मायावती और अभय चौटाला दोनों ही अपने-अपने तरीके से सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं और समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं को उजागर कर रहे हैं। इस प्रकार की रैलियों से आगामी चुनावों में राजनीतिक माहौल और अधिक गर्माने की उम्मीद है।