- नूंह,3 अगस्त : नूंह में शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा को लेकर मेवात जिले में लगे कर्फ्यू से अब दूसरे राज्यों के मजदूरों ने भी अपने घरों के लिए पलायन करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को मेवात जिले के अंदर ऐसे सैकड़ों मजदूरों को नूंह शहर से पैदल जाते हुए अपने घरों की ओर देखा गया,जहां वो सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर पहुंचने की तैयारी कर रहे थे। इन मजदूरों से जब बात की तो उन्होंने बताया कि वह मेवात में लेबर का काम करते हैं और मजदूरी कर अपना और अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं। लेकिन बीते दिनों हुई मेवात जिले में हिंसा से उनमें भी भय का माहौल पैदा हो गया और रोजगार सहित आर्थिक व खाने-पीने की तंगी को लेकर वह परेशान हो रहे हैं। इससे उन्होंने सभी ने फैसला किया है कि वह अपने गांव चले जाएंगे। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू लगने के कारण वह खाने-पीने की वस्तु लाने में भी परेशान हो रहे हैं और कई बार उन्हें पुलिस का सामना भी करना पड़ा है और जब वह सामान के लिए निकले तो उन्होंने बड़ी मशक्कत के बाद दुकान पर पहुंच कर सामान तो लिया ,लेकिन सामान लाते समय वह पुलिस की पिटाई का भी शिकार हुए। जिससे अब वह मेवात से जाने का फैसला कर यहां से निकल चुके हैं। आपको बता दें कि मेवात जिले में लगभग हजारों मजदूर ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों यूपी, बिहार व बंगाल से आकर अपना मजदूरी का कार्य करते हैं। इतना ही नहीं लेबर का काम करने वाले यह मजदूर झुग्गी झोपड़ी में रहकर अपना जीवन व्यतीत करते हैं और अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं लेकिन 31 जुलाई को हुई हिंसा से मेवात में इन मजदूरों के अंदर काफी भय का माहौल है और इन्होंने अब मेवात से पलायन करना शुरू कर दिया है।