पंजाब के पास दुनिया के बेहतर खेल स्टेडियम है
- मोहाली,2 जुलाई : मोहाली के क्रिकेट स्टेडियम पर विश्व कप-2023 का एक भी मैच नहीं कराने पर विवाद थम नहीं रहा है। पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने इस पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बीसीसीआई को पत्र लिख और फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। बीसीसीआई के प्रधान रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह को लिखे पत्र में हेयर ने पंजाब की समृद्ध विरासत, खेलों में योगदान और पंजाब के महान क्रिकेटरों का हवाला दिया। उन्होंने मोहाली में विश्व कप के मैच करवाने की मांग की। खेल मंत्री ने कहा कि पंजाब अपनी विलक्षण बहादुरी, आतिथ्य और धर्मनिरपेक्ष आदर्शों में अटूट विश्वास की अपनी सदियों पुरानी परंपराओं के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। खेल के क्षेत्र में भी पंजाब को देश का अग्रणी होने का मान हासिल है। पंजाब ने क्रिकेट जगत को लाला अमरनाथ, बिशन सिंह बेदी, महिंद्र अमरनाथ, यशपाल शर्मा, मदन लाल, नवजोत सिंह सिद्धू, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, रीतइंदर सोढी, दिनेश मोंगिया, हरविंदर सिंह, विक्रम राठौर, शरनदीप सिंह, शुभमन गिल और अर्शदीप सिंह जैसे शानदार खिलाड़ी दिए हैं। बीसीसीआई ने कहा है कि मोहाली स्टेडियम मैच करवाने के लिए आईसीसी के मानदण्डों पर खरा नहीं उतरता है। खेल मंत्री ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि ऐसे कौन से मानदंड हैं जिनके आधार पर मोहाली अयोग्य है? क्योंकि सितंबर 2022 में भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच इसी मैदान पर खेला गया था। इससे पहले भी विश्व कप के मैच यहां खेले गए हैं। यह भी बताया जाए कि क्या आईसीसी की टीम ने मोहाली स्टेडियम का कोई दौरा भी किया? खेल के बुनियादी ढांचे के मामले में भी पंजाब के पास दुनिया के बेहतर स्टेडियम है।