टाटा समूह ने हर भारतीय के जीवन का हिस्सा बनने वाली चीजों का निर्माण किया।
मुंबई , टाटा संस के पूर्व चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात निधन हो गया। उनकी हालत पिछले कुछ समय से गंभीर थी, और अचानक ब्लड प्रेशर में गिरावट के कारण उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित किया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। रतन टाटा के निधन पर देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए घोषणा की है कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और गुरुवार को राज्य में शोक दिवस घोषित किया गया है।
रतन टाटा: साधारण जीवन, असाधारण योगदान
रतन टाटा एक साधारण जीवन जीते थे, लेकिन उनकी उपलब्धियाँ असाधारण थीं। टाटा नमक से लेकर टाटा नैनो और टाइटन घड़ी तक, उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने हर भारतीय के जीवन का हिस्सा बनने वाली चीजों का निर्माण किया। उनकी सादगी और दूरदर्शिता ने उन्हें देश के सबसे प्रिय और सम्मानित उद्योगपतियों में से एक बना दिया।
रतन टाटा समय के पाबंद और अपनी पुनक्तुअलिटी के लिए जाने जाते थे। शाम 6:30 बजे के बाद वे अपने ऑफिस का काम छोड़ देते थे और घर पर ऑफिस के काम से जुड़े किसी भी व्यक्ति के आने पर नाराज हो जाते थे। वे मानते थे कि काम और जीवन को संतुलित रखना जरूरी है, और यही सिद्धांत उनकी सफलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक
रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, “श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। उनका योगदान न केवल व्यापार में बल्कि समाज के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण रहा।”
अंतिम विदाई: राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफार्मिंग आर्ट्स (NCPA) में रखा गया है, जहां शाम 4 बजे तक लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। पुलिस बैंड ने उन्हें सम्मान दिया, और शाम को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
देशभर में लोग उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं, और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए उन्हें याद कर रहे हैं। रतन टाटा का जाना एक युग का अंत है, लेकिन उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग सदियों तक लोगों को प्रेरित करता रहेगा।