सिरसा,19 जून। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सिरसा रैली में संभावित विरोध के चलते आज तड़के हरियाणा सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बेनीवाल,सिरसा जिलाध्यक्ष जसकरण सिंह कंग सहित कई अन्य सरपंचों किसान नेताओं व विपक्षी दल कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया। रैली के दृष्टिगत सुरक्षा के तगड़े प्रबंध किए गए थे। सिरसा शहर को आने वाले हर मार्ग पर बैरिकड़्स लगाकर पुलिस की तैनाती की हई थी। वहीं सभा स्थल को चारों ओर से बंद कर एंट्री द्वार बनाकर उनमें मेटल डिटेक्टर लगाए गए थे। रैली में पहुंचने वाले हर नेता,पत्रकार व आमजन को मेटल डिटेक्टर से ही गुजरना पड़़ा। रैली के संपन्न होने पर पुलिस व प्रशासन ने राहत की सांस ली।
किसी तरह की हुटिंग या नारेबाजी न हो इसके लिए रैली पंडाल को 12 जोन में बांटा गया था। हर जोन में एक आईपीएस अधिकारी की निगरानी में सादी वर्दी में पुलिस के पुरूष व महिला जवानों को बैठाया गया था। रैली पंडाल के भीतर व बाहर जनता से ज्यादा पुलिस नजर आ रही थी। कड़ी सुरक्षा के चलते काफ ी लोग रैली पंडाल में नहीं पहुंच पाए। सियासत के जानकार केंद्रीय गृह मंत्री के कद अनुसार कम आंक रहे हैं।
रैली के दृष्टिगत तैनात पुलिस अधिकारियों ने आज तड़के हरियाणा सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बेनीवाल के गांव दड़बा कलां आवास पर दबिश देकर हिरासत में ले लिया,उनके कई समर्थक सरंपचों को भी हिरासत में ले लिया। इसी तरह कांग्रेस नेता राजकुमार शर्मा,पुनीता बलदेव,युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव वेद भाट,आम आदमी पार्टी के सिरसा लोकसभा सचिव एडवोकट विरेंद्र कुमार व जिला मीडिया प्रभारी अनिल चंदेल को घर पर ही नजर बंद कर दिया वहीं धर्मपाल लाट को गांव भरोखां से हिरासत में ले लिया।
हरियाणा सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल ने गिरफ्तारी से पूर्व कहा कि सरकार अपने औच्छे हथकंडों से उनकी आवाज को दबा नहीं सकती। अगर सरकार जनहितैषी है तो वो टेबल पर आकर बात करे, लेकिन सरकार की नियत में खोट है। सरकार लठतंत्र व हठधर्मिता से जनता की आवाज को दबाना चाहती है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार जितने मर्जी हथकंडे अपना ले, लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस नेता राजकुमार ने कहा कि पुलिस दमन से सरकार जनता का मन नहीं जीत सकती। भाजपा नेताओं को आभास हो गया है कि प्रदेश में उनका जनाधार खिसक गया है इसलिए ओच्छे हत्थकंडे अपना रही है।
बकाया मुआवजा व बीमा के भुगतान को लेकर नाथूसरी चोपटा में अनिश्चतकालीन धरना पर बैठे किसान नारेबाजी करते हुए रैली स्थल की ओर बढ़े। इनका नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के भरत झाझड़ा,अमन बैनीवाल,उदीवान सहारण,नरेंद्र सहारण व नंद लाल ढिल्लों कर रहे थे।पुलिस ने भादरा रोड़ पर डेरा सच्चा सौदा के पास बैरिकड्स लगाकर रोक लिया। किसान यहीं धरना लगाकर बैठ गए।
बता दें कि पिछले माह मुख्यमंत्री मनोहरलाल के सिरसा में तीन दिवसीय जन संवाद कार्यक्रम के दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओं,सरपंचों व किसानों ने कार्यक्रमों में विरोध दर्ज करवाते हुए नारेबाजी कर काले झंडे भी दिखाए थे। इस विरोध के बाद फिलहाल मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रमों की कड़ी को रोक दिया है। अब जनसंवाद कार्यक्रम जिला उपायुक्त गावों में जाकर चलाएंगे। इसकी शुरूआत सिरसा के गांव कुम्हारिया से पिछली 7 जून को कर दी गई है।