टमाटर की जगह इमली या नींबू जैसी चीजों का उपयोग कर रही हैं।
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर: दिवाली का त्योहार नजदीक है, और जहां एक ओर महिलाएं घरों को सजा रही हैं, वहीं दूसरी ओर बढ़ती महंगाई ने उनके किचन बजट को बिगाड़ दिया है। सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, और आम आदमी के लिए रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है। टमाटर और प्याज जैसी मुख्य सब्जियां ₹100 से ऊपर बिक रही हैं, जिससे त्योहारों की खुशियों पर भी महंगाई का साया मंडरा रहा है।
मंडियों में सब्जियों के ताजा भाव
- टमाटर: ₹120 प्रति किलो
- प्याज: ₹100 प्रति किलो
- लहसुन, अदरक और अन्य सब्जियां: इनके भी भाव आसमान छू रहे हैं, जिससे किचन का बजट बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
महंगाई का असर
बढ़ती कीमतों के कारण आम आदमी के लिए सब्जियां खरीदना एक चुनौती बन गया है। खासकर त्योहार के मौके पर, जब लोग अपने परिवार के लिए स्वादिष्ट व्यंजन बनाने की योजना बना रहे होते हैं, तब सब्जियों के ऊंचे दाम उनके बजट को प्रभावित कर रहे हैं। महिलाएं भी इस स्थिति से परेशान हैं, क्योंकि उन्हें हर दिन रसोई के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है।
महंगाई के कारण
- फसल का नुकसान: असामान्य बारिश और मौसम में अचानक बदलाव से फसलों को काफी नुकसान हुआ है, जिससे सब्जियों की आपूर्ति कम हो गई है।
- लॉजिस्टिक समस्याएं: ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज में आई रुकावटों के कारण सब्जियों की कीमतों में इजाफा हुआ है।
- बिचौलियों की भूमिका: मंडियों में बिचौलियों की सक्रियता के कारण दामों में कई गुना बढ़ोतरी हो रही है, जिससे आम आदमी को महंगी सब्जियों का सामना करना पड़ रहा है।
आमजन की समस्या
सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। टमाटर और प्याज जैसी आवश्यक चीजें अब लोगों की पहुंच से बाहर हो रही हैं। कई लोग अब कम मात्रा में सब्जियां खरीद रहे हैं या उनके स्थान पर अन्य विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
विकल्प और समाधान
महिलाएं अब टमाटर की जगह इमली या नींबू जैसी चीजों का उपयोग कर रही हैं। इसके अलावा, संरक्षित टमाटर या प्यूरी का इस्तेमाल भी एक विकल्प है, हालांकि इनकी कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
सरकार को इस पर ध्यान देना होगा और महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि आम जनता को राहत मिल सके और वे त्योहारों का आनंद बिना आर्थिक बोझ के उठा सकें।