अभय सिंह चौटाला का भाजपा पर तीखा हमला
मंत्रिमंडल के सदस्य सरकारी प्रोटोकॉल और संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं
चंडीगढ़, 21 अगस्त – इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हरियाणा में आचार संहिता लागू होने के बावजूद भाजपा सरकार लगातार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। चौटाला ने कहा कि 16 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा आचार संहिता लागू होने के बावजूद मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य सरकारी प्रोटोकॉल और संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है।
मतदाताओं को रिझाने के लिए लोकलुभावन घोषणाएं
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार, जिसने अपने पूरे शासनकाल में सरकारी नौकरियों को लेकर कुछ खास नहीं किया, अब आचार संहिता लागू होने के बाद भी मतदाताओं को लुभाने के लिए सरकारी नौकरी देने, अधिकारियों के ट्रांसफर करने और अन्य लोकलुभावन घोषणाओं का सहारा ले रही है। उन्होंने नारायणगढ़ में मेडिकल कॉलेज खोलने की हालिया घोषणा को भी आचार संहिता का उल्लंघन बताया और कहा कि ये घोषणाएं केवल वोट बटोरने के लिए की जा रही हैं।
चुनाव आयोग पर सवाल उठाए
चौटाला ने हरियाणा के मुख्य चुनाव आयुक्त पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा सरकार द्वारा आचार संहिता के दौरान किए गए सरकारी नौकरी देने के विज्ञापन को सही ठहराने की कोशिश की है, जो कि गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा चुनाव आयोग भी भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहा है, जबकि राष्ट्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
भाजपा सरकार पर छल का आरोप
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार युवाओं के साथ छल कर रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा ने अपने शासनकाल में नौकरियां नहीं दीं, और अब आचार संहिता लागू होने के बाद भी वोट लेने के लिए रेवड़ियां बांट रही है।”
इनेलो-बसपा गठबंधन को बताया विश्वसनीय विकल्प
हरियाणा की जनता को संबोधित करते हुए चौटाला ने इनेलो-बसपा गठबंधन को सबसे विश्वसनीय विकल्प बताया और कहा कि जनता अब इस गठबंधन पर भरोसा जताकर सरकार बनाने को पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार बनते ही जनता से किए गए सभी वादों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा।
निष्कर्ष
अभय सिंह चौटाला ने भाजपा सरकार पर तीखे आरोप लगाते हुए स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी और बसपा गठबंधन हरियाणा की जनता के लिए एक विश्वसनीय विकल्प है। आने वाले चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किस ओर रुख करती है। लेकिन एक बात तय है कि आचार संहिता के दौरान भाजपा की गतिविधियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं, जो चुनावी माहौल को और गरमाने का काम कर सकते हैं।