गुरूग्राम, 19 सितंबर।
हरियाणा सरकार जनकल्याणकारी कार्यों के साथ-साथ भारत की पुरातन कलाओं को भी विकसित करने में लगी हुई है। इसी उद्देश्य से अगले महीने जिला के सुल्तानपुर स्थित पक्षी विहार में हरियाणा प्रांत और दूसरे राज्यों के सुप्रसिद्घ मूर्तिकारों को बुलाया जा रहा है, जो कि पक्षियों के सुंदरतम शिल्प यहां कलात्मक ढंग से उकेरेंगे।
डीसी निशांत कुमार यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के महानिदेशक डा. अमित कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में खग, संग तराश प्रसंग 2023 नाम से अंतर्राष्टï्रीय आधुनिक मूर्तिकला शिविर सुल्तानपुर में आयोजित किया जा रहा है। अक्तूबर माह के आखिरी सप्ताह में इसका आयोजन हो सकता है, जो कि तीस दिन का होगा।
उन्होंने बताया कि भाग लेने वाले सभी मूर्तिकार यहीं रहकर अच्छी गुणवत्ता के पत्थरों पर साइबेरियन सा, सारस, रोजी फेलिकन, गोरैया, बाज, बुलबुल, कोयल, गुरशल, मैना आदि पक्षियों की नयनाभिराम आकृतियां तैयार करेंगे। इस मूर्तिकला शिविर में हरियाणा, देश के अन्य राज्यों तथा अंतर्राष्टï्रीय स्तर के शिल्पकारों के भाग लेने की संभावना है। कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के मूर्ति कला अधिकारी हृदय कौशल इस शिविर का संयोजन करने में लगे हुए हैं।
डीसी ने बताया कि पक्षियों की थीम पर ही इस मूर्तिकला कैंप का आयोजन किया जा रहा है। सुल्तानपुर का पक्षी विहार हरियाणा के प्रसिद्घ पर्यटनस्थलों मेें से एक है, जहां रह साल सर्दियों के मौसम में विदेशों से तरह-तरह के पक्षी आते हैं। शिविर समापन के बाद स्थाई रूप से ये मूर्तियां पक्षीविहार की शोभा बनकर यहीं रहेंगी, जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगी। कला एवं सांस्कृतिक विभाग इस विरासत को हरियाणा राज्य के पर्यटन विभाग को सौंप देगा। गुरूग्राम जिला के लिए यह मूर्तिकला शिविर पर्यटन की नई संभावनाएं लेकर आएगा।