New delhi 14 August – स्वतंत्रता दिवस के निकट आते ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, क्योंकि जम्मू और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी समूहों द्वारा संभावित फिदायीन हमलों को लेकर खुफिया इनपुट मिले हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह समूह दिल्ली या पंजाब में हमले की योजना बना रहे हैं, जिससे पूरे देश में चिंताएं बढ़ गई हैं।
खुफिया अलर्ट और सुरक्षा बंदोबस्त
हाल ही में आई खुफिया सूचनाओं के अनुसार, आतंकवादी समूह स्वतंत्रता दिवस के आसपास हमले की फिराक में हैं। कठुआ में संदिग्ध आतंकियों की गतिविधियों के बाद दिल्ली और पंजाब में सुरक्षा को मजबूत किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 जून को जम्मू के एक आंतरिक इलाके में विस्फोटकों की खेप पहुंचाई गई थी, जिनका उपयोग महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रतिष्ठानों, शिविरों, वाहनों या सार्वजनिक स्थानों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है।
IED हमले की आशंका
खुफिया इनपुट्स से यह भी संकेत मिले हैं कि पंजाब और जम्मू-कश्मीर के आसपास के इलाकों में सक्रिय गैंगस्टरों, कट्टरपंथियों और आतंकियों से संपर्क कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI भारत में अशांति फैलाने की कोशिश कर सकती है। 15 अगस्त के आसपास आईईडी के उपयोग से भीड़भाड़ वाले स्थानों को निशाना बनाने की आशंका है।
सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी
सुरक्षा बलों ने जम्मू और कश्मीर के कठुआ, डोडा, उधमपुर, राजौरी और पुंछ जिलों में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है। आतंकवादी संगठनों द्वारा प्रमुख हस्तियों, सार्वजनिक स्थलों और यातायात को निशाना बनाने की संभावना के चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
संभावित खतरे वाले समूह
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति भवन और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर हमले की आशंका है। पाकिस्तानी आतंकवादी, जिहादी समूह, खालिस्तानी आतंकवादी, लेफ्ट उग्रवादी और पूर्वोत्तर के विद्रोही संगठनों से भी खतरा हो सकता है।
निष्कर्ष
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट्स के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है। देशभर में सुरक्षा बलों की तत्परता और सतर्कता ही इन संभावित खतरों से निपटने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है।