ईमानदारी से कम करने की सजा मिली है पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार को : कुल भूषण भारद्वाज एडवोकेट
- गुरुग्राम,11 अगस्त : हरियाणा पंचकूला सीबीआई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा प्रदेश कि 17 बार एसोसिएशन की ओर से शुक्रवार को कामकाज बंद रखा गया और सीनियर एडवोकेट द्वारा सुधीर परमार को लेकर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रिया दी गई। गुरुग्राम के बार एसोसिएशन के पूर्व जिला अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज ने पंचकूला सीबीआई के पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार पर ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी को लेकर कहा ईमानदारी सरकार को पसंद नहीं आई । भारद्वाज ने बताया सुधीर परमार गुरुग्राम में भी न्यायाधीश रह चुके हैं जिसके चलते गुरुग्राम बार एसोसिएशन ही नहीं पूरे प्रदेश के वकीलों के संगठन की ओर से शुक्रवार को फैसला लिया गया कि ईमानदार पूर्व न्यायाधीश को गिरफ्तार करने के मामले में अदालत का कामकाज बंद रहेगा और फैसले के अनुसार प्रदेश की 17 बार एसोसिएशन की ओर से कामकाज बंद रहा। जिसमें रेवाड़ी ,गुरुग्राम ,झज्जर, फरीदाबाद, मेवात, पटौदी के अलावा अन्य बार एसोसिएशन की ओर से अपने अदालत के कामकाज नहीं किये गये। भारद्वाज ने कहा गुरुग्राम में ही नहीं प्रदेश भर में पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार की गिरफ्तारी लोगों के गले नहीं उतर रही है उन्होंने अपने पद पर रहते हुए किसी के साथ अन्याय नहीं किया और नियम के अनुसार ही उनकी अदालतों में काम होता था।
- इसके अलावा गुरुग्राम की सीनियर एडवोकेट अर्चना चौहान ने कहा सरकार को अदालतों में राजनीति को आगे नहीं लाना चाहिए अगर अदालतों में राजनीति का दखल होता है तो अदालत भी अपना कार्य सही समय पर नहीं कर पाएगी और मुझे ऐसा लगता है की पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार को भी राजनीतिक के चलते गिरफ्तार किया गया है जबकि उनकी छवि न्यायालय में साफ सुतरी रही है उन पर किसी प्रकार का कोई दाग नहीं लेकिन ईडी ने उन्हें किसी ना किसी राजनीतिक षड्यंत्र के तहत के गिरफ्तार किया है।
- एडवोकेट सुमन सहरावत का कहना है कि उन्हें काफी वर्ष हो गए अदालत में काम करते हुए और उनके समय भी सुधीर परमार गुरुग्राम में एडीजी से लेकर न्यायाधीश के पद पर रहे कभी भी उनकी अदालत की ओर से किसी प्रकार की कोई शिकायत सुनने को नहीं मिल थी और ऐसे न्यायाधीश जो बसों में आते जाते हैं ऐसे ईमानदार आखिरकार में मालदार कैसे हो सकते हैं अगर किसी के पास पैसा होता है तो दूर से ही दिखाई देता है जो न्यायाधीश बस में सफर करता हो वह भ्रष्टाचारी कैसे हो सकता है। उन्हें पूरा विश्वास है कि वह कुछ समय में बाद बेदाग होकर बाहर आएंगे।
- एडवोकेट मनोज कटारिया का कहना है कभी भी चांद को धूमल नहीं किया जा सकता चांद हमेशा बेदाग साफ रहता है, इसी प्रकार पूर्व न्यायाधीश भी बेदाग है उन्हें एक षड्यंत्र के माध्यम से फंसाया गया है इसमें राजनीतिक षड्यंत्र उन्हें लग रहा लेकिन उनका यह भी कहना है बेदाग हमेशा ही बेदाग रहते हैं चाहे उन्हें कितना ही दागदार बनाने का प्रयास क्यों ना हो लेकिन भगवान के यहां देर है अंधेर नहीं है।
- पूर्व न्यायाधीश 6 दिन के ईडी के रिमांड पर,पंचकूला अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश सुनील यादव की अदालत में किया गया पेश
- पंचकूला सीबीआई के पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार को ईडी द्वारा पंचकूला की अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उन्हें 6 दिन के लिए ईडी को डिमांड पर ले दिया। जानकारी के अनुसार पंचकूला अदालत के अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश सुनील यादव की अदालत में पूर्व सीबीआई के न्यायाधीश सुधीर परमार को पेश किया गया और अदालत से रिमांड पर मांगा गया। जिसके बाद अदालत की ओर से 6 दिन के लिए ईडी की रिमांड पर पूर्व न्यायाधीश को भेज दिया गया है जिससे और पूछताछ की जा सके।