अम्बाला पुलिस का कहना हमें अपने से ज्यादा थी गर्भवती महिला की चिंता
- अंबाला, 13 जुलाई : इन दिनों हरियाणा में आर्मी, पुलिस और NDRF-HDRF के जवान फरिश्ते बनकर डटे हुए हैं जी है क्योकि अम्बाला में दिन-रात रेस्क्यू करके बाढ़ के पानी में घरों अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाल रहे हैं और अपनी जान जोखिम में रख जवान सैकड़ों लोगों की जान बचा चुके हैं। इसी कड़ी में ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जब अंबाला के नग्गल एरिया में फंसी 9 माह की गर्भवती महिला को आर्मी और पुलिस की टीम ने रेस्क्यू किया है।
- बता दे की गांव आलाऊदीन माजरा में 9 माह की गर्भवती प्रवीन कुमारी अपने घर में फंसी हुई थी और डॉक्टरों ने 10 जुलाई तक डिलीवरी होने की संभावना जताई थी। महिला प्रसव पीड़ा के दर्द से कराह रही थी, क्योंकि नौंवे महीने का एक सप्ताह बीत जाने के बाद कभी भी डिलीवरी हो सकती थी। जिसके बाद इसकी सूचना नग्गल पुलिस को दी गई, जिसके तुरंत बाद आर्मी और पुलिस की टीम बोट से महिला को रेस्क्यू करने पहुंच गई और उनको सही सलामत अस्पताल पहुंचा दिया गया ।
- गर्भवती की थी चिंता थी : सुनीता
- नग्गल थाना प्रभारी सुनीता ढाका ने बताया कि हमें अपनी नहीं गर्भवती की जान की पड़ी थी। हम कोई रिस्क नहीं उठा सकते थे। इसलिए आर्मी के जवानों के सहयोग से उनकी टीम महिला के घर तक पहुंची और पूरे परिवार को रेस्क्यू किया, जिसके बाद गर्भवती को अस्पताल में भर्ती कराया।
- गर्भवती महिला के पति का क्या था कहना
- गर्भवती महिला के पति सुभाष भी इस्माईलाबाद पुलिस थाने में असिस्टेंट की पोस्ट पर कार्यरत है। उन्होंने ही अपनी पत्नी को लेबर पेन होने की सूचना पुलिस को दी । महिला के पति ने बताया की रेस्क्यू करने के लिए टीम गांव पहुंची तो वहां 6-6 फीट पानी भरा हुआ था। गलियों में बोट से रेस्क्यू करना काफी मुश्किल था,लेकिन आर्मी और पुलिस के जवानों ने हार न मानते हुए गर्भवती को बाढ़ से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती करवाया।