राष्ट्रीय नेतृत्व इस बार पूरी सतर्कता और गंभीरता के साथ टिकट वितरण की प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए तैयार है।
दिल्ली। हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की टिकट वितरण प्रक्रिया को लेकर महत्वपूर्ण हलचलें देखी जा रही हैं। पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व इस बार पूरी सतर्कता और गंभीरता के साथ टिकट वितरण की प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए तैयार है। इस संदर्भ में, पार्टी के चार प्रमुख नेताओं के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी, जो देर रात तक चल सकती है।
कुछ पुराने विधायकों और मंत्रियों को इस बार टिकट नहीं मिल सकता
टिकट वितरण की प्रक्रिया और चिंताएं
भाजपा के भीतर टिकट वितरण को लेकर तनावपूर्ण स्थिति है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टिकटों के चयन में कोई भी कमी न होने देने के लिए गहन समीक्षा की है। जानकारी के अनुसार, कुछ पुराने विधायकों और मंत्रियों को इस बार टिकट नहीं मिल सकता क्योंकि उनकी सर्वे रिपोर्ट पार्टी के मानकों के अनुरूप नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई बार बैठकें की हैं कि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
प्रमुख नेताओं की बैठक
केवल उन उम्मीदवारों को टिकट मिले जो पार्टी के प्रति वफादार हैं
भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व की बैठक में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी सतीश पूनिया और विप्लव देव कुमार शामिल होंगे। इस बैठक में टिकटों की अंतिम सूची पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। पार्टी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल उन उम्मीदवारों को टिकट मिले जो पार्टी के प्रति वफादार हैं और चुनाव में जीत की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
गुरुग्राम सीट पर विवाद
मुकेश शर्मा ने पहले भाजपा को छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था
गुरुग्राम विधानसभा सीट को लेकर भी पार्टी गंभीर मंथन कर रही है। यहां पर नवीन गोयल और मुकेश शर्मा के बीच टिकट को लेकर मुकाबला है। मुकेश शर्मा ने पहले भाजपा को छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जबकि नवीन गोयल पार्टी के प्रति अपनी वफादारी बनाए रखे हैं और भाजपा को आगे बढ़ाने के लिए वर्षों से काम कर रहे हैं।
गुड़गांव लोकसभा सांसद और केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की भूमिका भी इस टिकट वितरण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण हो सकती है। वे इस क्षेत्र में किसे समर्थन देंगे, यह भी भविष्य में स्पष्ट होगा।
सांसदों के परिवार की टिकटें
भाजपा ने सांसदों के परिवार के सदस्यों को टिकट देने का भी निर्णय लिया है, लेकिन इसके साथ ही पार्टी ने जीत की गारंटी को भी प्राथमिकता दी है। सांसदों और मंत्रियों को टिकट मिलने की संभावना उस स्थिति पर निर्भर करेगी कि उनके परिवार के सदस्य चुनाव जीतने में कितनी सक्षम हैं।
संभावित नई जोड़ियाँ
मंत्री देवेंद्र बबली शामिल हो सकते हैं में शामिल
सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भाजपा में पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली शामिल हो सकते हैं। उनकी पार्टी में शामिल होने की संभावनाओं पर भी गंभीर चर्चा हो रही है।
निष्कर्ष
हरियाणा भाजपा के टिकट वितरण की प्रक्रिया में जो महत्वपूर्ण बैठकें और विचार-विमर्श चल रहे हैं, वे यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि आगामी चुनाव में पार्टी को विजय मिले। पार्टी का उद्देश्य यह है कि सभी टिकट देने के निर्णय चुनावी जीत की संभावना को ध्यान में रखते हुए किए जाएं। टिकटों की घोषणा देर रात तक हो सकती है, और यह पार्टी के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण संकेत देगी।
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