हरियाणा में कांग्रेस पार्टी ने 5 पूर्व विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई उस समय की गई है जब रेवड़ी (एक पूर्व विधायक) निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं, जबकि अन्य पूर्व विधायक पार्टी के खिलाफ बगावत पर अड़े हुए हैं। इस निर्णय के बाद पार्टी ने अब तक कुल 25 नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है, जो पार्टी के आंतरिक मामलों में असहमति या बगावत दिखा रहे थे।
पार्टी के भीतर बढ़ती असहमति और कुछ नेताओं का निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय कांग्रेस के लिए चिंता का विषय बन गया है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई उन नेताओं को चेतावनी देने के लिए की गई है जो पार्टी के खिलाफ जा रहे हैं और कांग्रेस की एकता को कमजोर कर रहे हैं।
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी पिछले कुछ समय से राजनीतिक संकट का सामना कर रही है, और ऐसे समय में पार्टी की एकता को बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पार्टी ने हाल ही में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन बागी नेताओं के कारण उसकी रणनीतियों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
कांग्रेस ने बगावत करने वाले नेताओं को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का अवसर देने का फैसला किया है। पार्टी की वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता अब एकजुट होकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।
हरियाणा में कांग्रेस की इस कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी किसी भी प्रकार की असहमति को बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी नेतृत्व अब अपने बागी नेताओं को वापस लाने और एकजुटता बढ़ाने के लिए प्रयासरत है, ताकि आगामी चुनावों में सफलता प्राप्त की जा सके।