हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी देवेंद्र बबली का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार देर शाम, बबली को ग्रामीणों द्वारा घेर लिया गया और उनके खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि बबली को अपनी सुरक्षा के लिए ट्रैक्टर लेकर पीछे हटना पड़ा।
ग्रामीणों ने बबली के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की, जिससे स्थिति काफी बिगड़ गई। घटना के दौरान, बबली को भारी विरोध का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी सभा का माहौल खराब हो गया। इसके बाद, स्थानीय पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं ने किसी तरह से ग्रामीणों को शांत किया और बबली ने एक नुक्कड़ सभा आयोजित करके वहां से रवाना होने का निर्णय लिया।
इस विरोध के बाद, भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की जाखल ब्लॉक इकाई ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने विवाद के बाद गुरुद्वारा साहिब को दान में दिए गए 11 लाख रुपए को बबली को लौटाने का निर्णय लिया। यह कदम यह दर्शाता है कि स्थानीय किसान और ग्रामीण बबली के प्रति कितने असंतुष्ट हैं और उन्होंने अपनी नाराजगी को सार्वजनिक रूप से व्यक्त करने का फैसला किया है।
देवेंद्र बबली का यह विरोध हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है, जहां ग्रामीणों की समस्याओं और उनकी नाराजगी को अनदेखा नहीं किया जा सकता। यह घटनाक्रम आगामी चुनावों में भाजपा के लिए एक चुनौती बन सकता है, खासकर किसानों के मुद्दों को लेकर। भाजपा को अब अपनी रणनीतियों को पुनः समीक्षा करने की आवश्यकता हो सकती है ताकि ग्रामीणों और किसानों के साथ बेहतर संबंध बनाए रखे जा सकें।