- उच्च अधिकारी भी नहीं भाप पा रहे हैं लोगों के मन को
गुरुग्राम: हरियाणा प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जनसंवाद के माध्यम से जनता दरबार लगाकर लोगों के बीच बैठकर जहां 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी नब्ज टटोलने का काम कर रहे हैं वही मुख्यमंत्री को जनसंवाद में भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है जिसका सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है सत्ताधारी मंत्री , विधायक एवं कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता।
मुख्यमंत्री के विरोध का एक और कारण यह भी है कि उनके शासनकाल की 8 साल के दौरान सक्रिय कार्यकर्ताओं का सम्मान सम्मान न करना भी बताया जा रहा है जिसके चलते कार्यकर्ता सरकार से दूरी बनाए जा रहे हैं।
जनसंवाद में महिलाओं सहित युवाओं ने भी विरोध प्रदर्शन
हरियाणा प्रदेश के पलवल भिवानी और हाल में राजस्थान के साथ लगते हैं नारनौल में मुख्यमंत्री के जन संवाद के दौरान जमकर विरोध प्रदर्शन नारनौल में जिला प्रशासन की ओर से भारी पुलिस बल तैनात किया गया दो गांवों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. सूत्र यह भी बताते हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री को कई जन संवादों के दौरान बीच में ही जनसंवाद छोड़कर जाना पड़ा हरियाणा के सिरसा में मंच पर एक महिला ने मुख्यमंत्री के चरणों में सर पर रखा हुआ दुपट्टा डाल दिया जिसके चलते भारी विरोध प्रदर्शन का सामना मुख्यमंत्री को करना पड़ा और सिरसा से भी बीच में ही मुख्यमंत्री उठ कर चले गए आखिरकार मुख्यमंत्री के जनसंवाद का विरोध क्यों हो रहा है इसके पीछे प्रशासनिक लापरवाही और जनता की भावनाओं को नहीं समझ पाने वाले अधिकारियों के कारण हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारी जनता से लगातार दूरी बनाए हुए हैं जिसका खामियाजा प्रदेश के मुखिया को उठाना पड़ रहा है मुख्यमंत्री जनसंवाद में विरोध होने के बाद अधिकारी दबी हुई जवान से यह कहते नजर आते हैं कि यह तो पहले से ही नजर आ रहा था होना ही था। इसमें सबसे बड़ा फेलियर हरियाणा के गुप्तचर विभाग का बताया जा रहा है घर बैठकर सरकार को आधी अधूरी जानकारी देना के कारण मुख्यमंत्री को जनसंवाद में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा।