राजपूत समाज के प्रदेश भर से भाजपा के पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
जाट समाज के बाद अब राजपूतों ने भी बनाई भाजपा से दूरी
- कैथल,20 जुलाई : हरियाणा प्रदेश में सरकार के संरक्षण में पहले आरक्षण की मांग को लेकर खट्टर सरकार की पुलिस ने जाट समाज को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था और अब 19 जुलाई को हरियाणा प्रदेश के कैथल जिले के राजपूतों को पुलिस ने जमकर पीटा एवं युवा लहूलुहान हो गए । उन्हें देर रात तक थानों में बंद रखा जिसके चलते राजपूत समाज में हरियाणा सरकार के प्रति गुस्सा भड़क रहा है।
- राजपूत समाज के नेता एडवोकेट नरेश चौहान ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज का इतिहास 12सौ वर्ष पहले का है तो एक समाज कैसे दावा कर सकता है कि यह गुर्जर समाज के राजा थे । उन्होंने कहा इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सरकार के संरक्षण में राजपूत समाज पर जिस प्रकार से लाठियां चलाई गई समाज इसकी कड़ी निंदा करता है।
- गुरुग्राम में राजपूत समाज का नेतृत्व कर रहे अरिदमन सिंह बिल्लू ने कहा इस सरकार ने अच्छा नहीं किया और जिस प्रकार से समाज के लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया वह उसकी कड़ी निंदा करते हैं और आने वाले समय में भाजपा की सरकार को यह भुगतना पड़ेगा । सरकार को राजपूत समाज को नजरअंदाज करना आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पता चलेगा कि ये समाज क्या कर सकता है।
- कैलायत हल्के के कुलविंदर राणा ने भाजपा पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं सीएम विंडो के चेयरमैन के पद से इस्तीफा देते हुए कहा पार्टी बाद में है मेरा राजपूत समाज पहले हैं और राजपूत समाज के साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया उस बर्ताव को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएग, इसलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया । उन्होंने कहा सैकड़ों भाजपा के पदाधिकारियों ने विभिन्न पदों से अपने इस्तीफे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिए हैं।
- राणा ने खास बातचीत में कहा पुलिस द्वारा राजपूत समाज को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है जबकि समाज के लोगों की किसी प्रकार की कोई गलती नहीं है और ना ही वह कानून का उल्लंघन कर रहे थे लेकिन भाजपा के स्थानीय विधायक लीलाराम और जिला अध्यक्ष ने अपने पदों का दुरुपयोग करते हुए पुलिस के द्वारा राजपूत समाज के युवा बुजुर्गों को सड़कों पर लाठी-डंडों से पिटवाया, जिसको समाज कभी भी सहन नहीं करेगा।
- भाजपा विधायक लीलाराम और जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर ने हिंदू सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया
- भारी पुलिस बल के बीच सत्ताधारी पार्टी के विधायक लीलाराम गुर्जर कैथल के जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर ने कैथल पुलिस के सहयोग से प्रातः 8:00 बजे हिंदू सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति का अनवरण कर दिया । जबकि सरकार को यह पूरी जानकारी है हिंदू सम्राट मिहिर भोज को लेकर दो समुदायों में टकराव बना हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार के अधिकारियों ने एक समाज को संरक्षण देते हुए मूर्ति का अनावरण कराने में सहयोग किया जिसको लेकर सरकार के प्रति राजपूत समाज में नाराजगी बढ़ गई है।
- भाजपा से राजपूत समाज के नेता इस्तीफा देने में जुटे
- हिंदू सम्राट मिहिर भोज इतिहास के साथ छेड़छाड़ को लेकर भारतीय जनता पार्टी में राजपूत समाज के नेताओं ने अपने इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश से सैकड़ों की संख्या में समाज के लोगों ने इस्तीफे दिए है, वही समाचार लिखे जाने तक राजपूत समाज के नेताओं द्वारा इस्तीफा जारी है।
- आखिरकार विवादित प्रतिमा का अनावरण किसके इशारे पर
- कई सालों से हिंदू सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर कैथल चौक पर मामला सरकार व दो समाजों के बीच चल रहा था लेकिन 20 जुलाई बृहस्पतिवार को एक समाज के सरकार में बैठे मंत्री के इशारे पर दूसरी समाज के भाजपा के विधायक और जिला अध्यक्ष ने विवादित प्रतिमा का पुलिस के घेरे में प्रातः 8:00 बजे अनावरण कर दिया जिसको लेकर राजपूत समाज भर गया और कैथल में स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है सूत्र बताते हैं कि 2 साल से इस चौक हिंदू सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर खींचतान चल रही थी । जिसकी जानकारी सरकार और पुलिस प्रशासन को पूरी थी लेकिन सरकार के एक मंत्री के इशारे पर दूसरा समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया जिसके चलते भाजपा से लगातार कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों की पत्र चल रहे हैं।