चंडीगढ़ ,हरियाणा विधानसभा चुनाव की घड़ी अब नजदीक आ चुकी है। शनिवार, 5 अक्तूबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी, और चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशी अब अपनी अंतिम कोशिशों में जुटे हुए हैं। चुनावी मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों के लिए यह रात सबसे अहम है, क्योंकि यह आखिरी मौका है जब वे अपने मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं।
इस निर्णायक समय में कई प्रत्याशी अपने-अपने इलाकों में सक्रिय रूप से मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं, खासकर उन मतदाताओं से जो अब तक असमंजस में हैं या जिनका समर्थन पाने में वे असफल रहे हैं। कुछ प्रत्याशी व्यक्तिगत मुलाकातों के जरिए रूठे हुए वोटरों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो कुछ धनबल का इस्तेमाल कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं।
चुनाव आयोग की सख्त निगरानी
हालांकि, चुनाव आयोग इन सभी गतिविधियों पर सख्त नजर रखे हुए है। हरियाणा के प्रमुख जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बलों और पुलिस की तैनाती की गई है, ताकि किसी प्रकार की अनुचित गतिविधि को रोका जा सके। गुरुग्राम, सोहना, और बादशाहपुर जैसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों में धनाड्य प्रत्याशियों के चुनाव मैदान में होने की वजह से इन क्षेत्रों पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि धनबल के किसी भी अवैध प्रयोग या मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गुरुग्राम जिला, जो इस चुनाव का एक हॉटस्पॉट माना जा रहा है, पर विशेष नजर रखी जा रही है, क्योंकि यहां के उम्मीदवार काफी समृद्ध और प्रभावशाली माने जाते हैं।
गुरुग्राम में बड़ा मुकाबला: नवीन गोयल बनाम मुकेश शर्मा
गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र में इस बार निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल और भाजपा प्रत्याशी मुकेश शर्मा के बीच सीधा मुकाबला बताया जा रहा है। नवीन गोयल, जिन्होंने पार्टी के समर्थन के बिना भी अपने दम पर एक मजबूत चुनावी अभियान चलाया है, क्षेत्र में लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनके रोड शो और रैलियों को जनता का व्यापक समर्थन मिलता दिखा है, जिससे वे अन्य पार्टी उम्मीदवारों से कहीं आगे नजर आ रहे हैं।
दूसरी ओर, भाजपा के मुकेश शर्मा अपने संगठन और संसाधनों के बलबूते इस मुकाबले में मजबूती से डटे हुए हैं। भाजपा का मजबूत समर्थन और उनके चुनावी अभियान ने उन्हें भी इस दौड़ में एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में स्थापित किया है। शनिवार को जब मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, तभी यह तय हो पाएगा कि जनता किसे अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनती है।
प्रत्याशियों की आखिरी कोशिश
चुनाव की इस निर्णायक रात में प्रत्याशियों द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कई प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में समर्थकों के साथ घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं, जबकि कुछ बड़े आयोजन और व्यक्तिगत मुलाकातों के जरिए अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
रूठे हुए मतदाताओं को मनाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास किए जा रहे हैं, और कुछ प्रत्याशी अपनी क्षेत्रीय पकड़ मजबूत करने के लिए धनबल का सहारा भी ले रहे हैं। हालांकि, चुनाव आयोग की सख्त निगरानी में यह देखना होगा कि वे इन प्रयासों में कितनी सफलता पाते हैं।
गुरुग्राम में कड़ी टक्कर
गुरुग्राम जिले में सोहना, बादशाहपुर, और गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला बहुत कड़ा हो गया है। निर्दलीय नवीन गोयल, जो बिना किसी पार्टी के समर्थन के भी एक लोकप्रिय चेहरा बन गए हैं, और भाजपा के मुकेश शर्मा के बीच कड़ी टक्कर है। नवीन गोयल के चुनाव प्रचार में जनता की भारी भीड़ देखने को मिली है, जिससे उनकी लोकप्रियता स्पष्ट हो रही है।
मगर, चुनाव का नतीजा क्या होगा, यह शनिवार को वोटिंग के बाद ही पता चलेगा। यह चुनाव हरियाणा की राजनीति में कई बड़े बदलाव ला सकता है, और गुरुग्राम जैसे प्रमुख जिले में मुकाबला इस बदलाव की दिशा तय करेगा।
शनिवार को मतदान का फैसला
आखिरकार, यह तो शनिवार को शाम 6 बजे तक ही पता चलेगा कि जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है और किसके लिए अपने समर्थन का इजहार करती है। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और चुनाव आयोग की टीम किसी भी अवैध गतिविधि पर नजर रखे हुए है।
प्रत्याशी अब अपनी आखिरी कोशिशों में जुटे हुए हैं, लेकिन अंतिम फैसला जनता के हाथ में है। शनिवार का दिन यह तय करेगा कि हरियाणा की राजनीति में कौन-सा चेहरा उभर कर सामने आएगा और कौन पीछे रह जाएगा।