तीनों वेद ही जिनके दिव्य नेत्र हैं और जो कल्याण प्राप्त करने के साधन हैं
अर्थात-: (मैं अर्द्ध चन्द्र को धारण करने वाले उन भगवन शंकर को नमस्कार करता हूँ जिनका समस्त शरीर ही विशुद्ध ज्ञान है, तीनों वेद ही जिनके दिव्य नेत्र हैं और जो कल्याण प्राप्त करने के साधन हैं
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
🌕सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: शरद
सूर्य उदय : प्रातः 6/30
सूर्य अस्त : सायं 5/41
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 21/10/2024
दिन-: सोमवार
🌕 चंद्रमा-: वृष राशि में सायं 6/14 तक उसके बाद मिथुन राशि में
🥳राशि स्वामी-: शुक्र/बुद्ध
🌱 आज का नक्षत्र-: रोहिणी प्रात: 6/51 तक उसके बाद मृगशिरा
💓 नक्षत्र स्वामी – : चंद्र/मंगल
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 6/51 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में
दोपहर 2/07 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 2 में
सायं 7/41 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 3 में
🔥 योग -: वरीयान प्रात: 11/11 तक उसके बाद परिघ
🪴 सर्वार्थ सिद्धि योग
♻️ शुभ दिशा-: पश्चिम,दक्षिण, उत्तर-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दर्पण देखकर या दूध पीकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: तुला चित्रा चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
🛑मंगल -: कर्क राशि पुनर्वसु नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🌱 बुद्ध (मार्गी,अस्त) -: तुला राशि स्वाति नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
🌕गुरु वक्री -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
💃 शुक्र -: वृश्चिक राशि अनुराधा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि) दोपहर 12/26 से चरण 3 में
🌊 शनि (वक्री)-: कुंभ राशि शतभिषा नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
🎥 राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि में हस्त नक्षत्र चरण -1 (नक्षत्र स्वामी चंद्र) में
🤬राहु काल -: प्रात: 7/50 से 9/15 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 6/11 तक कन्या
8/30 तक तुला
10/48 तक वृश्चिक
दोपहर 12/52 तक धनु
2/35 तक मकर
सायं 4/03 तक कुम्भ
5/27 तक मीन
7/03 तक मेष
रात्रि 9/02 तक वृष
11/12 तक मिथुन
1/33 तक कर्क
3/51 तक सिंह