- केंद्र से NDRF समेत ज्यादा से ज्यादा मदद मंगवाए प्रदेश सरकार
- अंबाला, 11 जुलाईः सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने अंबाला में मारकंडा के बांध टूटने और घग्गर व टांगरी नदियों के ओवरफ्लो होने से कई गांव इसकी चपेट में आने से बड़े पैमाने पर नुकसान होने की खबरों पर गहरी चिंता जताते हुए मांग की है कि सरकार अंबाला जिले को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करे और बिना एक पल की भी देर किये केंद्र से NDRF समेत ज्यादा से ज्यादा मदद मंगवाए ताकि लोगों का जीवन व संपत्ति की रक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश से स्थिति नाजुक बन गई है और बारिश रुक नहीं रही है। ऐसे में जलस्तर बढ़ने के चलते बांध टूटने व नदियों के ओवरफ़्लो से इलाके के लगभग सभी गांवों में पानी घुस चुका है। बांध टूटने के कारण बाढ़ के भयानक हालात उत्पन्न हो गए हैं। अभी जिन जगहों पर बांध टूटा है वहाँ मरम्मत आदि भी नहीं हो सकती जिससे स्थिति जस की तस है और जलभराव के हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। ऐसा होने पर हालात बेकाबू हो जाएंगे और गाँव के गाँव खाली कराने पड़ सकते हैं।
- उन्होंने सरकार से अपील करी कि जलजमाव वाले निचले इलाकों में युद्धस्तर पर इंतजाम कर जलनिकासी की व्यवस्था कर जरूरतमंदों को तुरंत मदद पहुंचाई जाए। निचले इलाकों में लोगों के घरों में कई फुट पानी घुस गया है। लोगों को खाने और पशुओं के चारे की समस्या खड़ी हो गई है। लोग अपने स्तर पर ही बचाव कार्य कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर प्रशासन की मदद नहीं पहुंची है। इसलिए प्रदेश सरकार हालत से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन व बचाव कर्मियों को तुरंत मौके पर भेजे। दीपेन्द्र हुड्डा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों से अपील करी कि आपदा की इस घड़ी में वे सतर्क और सुरक्षित रहें साथ ही यथासंभव जरूरतमंदों की मदद करें। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जिस प्रकार हम सभी ने मिलकर कोरोना काल में महामारी से लड़ाई लड़ी उसी प्रकार इस चुनौती का सामना भी हम मिलजुल करेंगे।
- सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश के कारण हालात खराब हो रहे हैं। हरियाणा में कई दिनों से हो रही भारी बारिश, जलजमाव के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। अनवरत हो रही बारिश के चलते अनेक जिलों में लोगों को बड़े पैमाने पर नुकसान भी उठाना पड़ा है। किसानों के खेतों के साथ-साथ लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं। हजारों एकड़ खेतों में कई फुट तक पानी भरने से फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। सड़कें, गलियां, पार्क से लेकर सरकारी दफ्तर और कई जगहों पर तो आवासीय बिल्डिंगों की पहली मंजिल जलमग्न होने जैसी भयावह तस्वीरें आ रही हैं। लोगों के मकानों और दुकानों में पानी भर गया है। जलभराव की वजह से मकानों के गिरने व दरारें आने की खबरें भी आ रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने समय रहते जलभराव की रोकथाम के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश इलाकों में नारकीय व जानलेवा स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने आम जन से अपील करी कि जरूरी न होने पर अपने घरों से बाहर न निकलें। आपदा की स्थिति में पीड़ितों की यथासंभव मदद करें और बचाव कार्यों में सहयोग करें।