मीटिंग में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों पर की गई विस्तृत चर्चा
महिलाओं की सुरक्षा के लिए डायल 112 एप बारे जागरूक करके अधिक से अधिक महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा
क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण व नशे की रोकथाम के लिए ग्राम प्रहरी का महत्वपूर्ण योगदान
भिवानी: 20 सितम्बर ,
बुधवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज, रोहतक के के राव आईपीएस विशेष रूप से पुलिस लाईन भिवानी पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के के राव का पुलिस लाईन पहुंचने पर पुलिस के जवानों द्वारा सम्मान स्वरूप सलामी दी गई। पुलिस लाईन भिवानी में उन्होंने जिला भिवानी के पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक की। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित तुलनात्मक आंकड़ों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर बैठक में श्री के के राव आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज रोहतक की मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला भा०पु०से०, सहायक पुलिस अधीक्षक, सभी पर्यवेक्षण अधिकारी व जिला के सभी थाना प्रबंधक, सीआईए प्रभारी व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे है। मीटिंग में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक श्री वरुण सिंगला आईपीएस के द्वारा जिला की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, शस्त्र लाइसेंसों का विश्लेषण, पासपोर्ट एवं शस्त्र लाइसेंस वेरिफिकेशन की कार्यवाही, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।