गुरुग्राम, 12 अप्रैल।
आजादी के अमृत काल में हरियाणा में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से अमृत सरोवर योजना के तहत निरंतर जोहड़ों व तालाबों का निर्माण कर उनका सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. इसी क्रम में डीसी निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की टीम द्वारा इन अमृत सरोवरों को साफ सुथरा रखने, अतिक्रमण से बचाने व उसके संरक्षण में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीणों को विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों को माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है.
हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की टीम ने गुरुग्राम में आज गांव गढ़ी बाजिदपुर व हरियाहेड़ा में ग्रामीणों को सांस्कृतिक प्रस्तुति के माध्यम से योजना की जानकारी देते हुए बताया जल संरक्षण एवं सूखे जैसी भयावह स्थिति से निपटने के लिए केन्द्र सरकार के द्वारा अमृत सरोवर योजना लाई गई है. वहीं प्रदेश में पिछले वर्ष एक मई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा अमृत सरोवर मिशन का आगाज किया गया था. जिसके अनुसार आजादी के अमृतकाल में प्रदेश के प्रत्येक जिले में 75-75 तालाबों का निर्माण किया जा रहा है. हरियाणा प्रदेश में अमृत सरोवर मिशन के तहत नए तालाब खोदे जा रहे हैं व पुराने तालाबों को पुनर्जीवित किया जा रहा है.
जागरूकता टीम ने ग्रामीणों को अमृत सरोवरों को साफ सुथरा रखने व अतिक्रमण से मुक्त रखने का आह्वान करते हुए कहा कि गांव में पर्यटन स्थल की तर्ज पर विकसित किए जा रहे ये अमृत सरोवर ग्रामीणों को प्रकृति से जोड़ने का प्रमुख माध्यम बनेगे. ऐसे में हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य सुरक्षित रहे इसको ध्यान में रखते हुए अमृत सरोवरों को सहेज कर रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है.
इस अवसर पर तालाब प्राधिकरण के एसडीओ भारत, जेई सुनील कुमार व सरपंच प्रवीण कुमार सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.