
इंडो-रूसी रणनीतिक साझेदारी को नया आयाम — डोभाल–शोइगु की बैठक, पुतिन यात्रा की रूप-रेखा
नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शीर्ष सलाहकार और सुरक्षा परिषद सचिव सर्गेई शोइगु ने कहा है कि भारत और रूस का साझा लक्ष्य एक नई, अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ विश्व व्यवस्था स्थापित करना है। उनके अनुसार, यह व्यवस्था अंतर्राष्ट्रीय कानून की सर्वोच्चता को सुनिश्चित करेगी और दोनों देश मिलकर आधुनिक वैश्विक चुनौतियों और खतरों का सामना करेंगे।
शोइगु ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ बंद कमरे में लंबी बैठक की, जिसमें रक्षा, रणनीतिक सहयोग और बहुपक्षीय मंचों पर समन्वय जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, दोनों पक्षों ने आर्थिक, ऊर्जा और तकनीकी साझेदारी को भी और मजबूत करने पर जोर दिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में भारत-रूस की नजदीकी न केवल द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देगी, बल्कि वैश्विक शक्ति संतुलन पर भी असर डालेगी। मास्को, 7 अगस्त 2025 – भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु के साथ एक महत्वपूर्ण बंद कमरे की बैठक की, जिसमें दोनों देशों ने ‘नई, अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ विश्व व्यवस्था’ के निर्माण के लिए अपने साझा दृष्टिकोण को मजबूत किया। शोइगु ने इस बैठक में कहा, “हम संयुक्त रूप से आधुनिक चुनौतियों और खतरों का मुकाबला करने के साथ अंतर्राष्ट्रीय कानून की सर्वोच्चता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं उभरते आर्थिक और कूटनीतिक संकट में साझेदारी की पुष्टि
यह बैठक ऐसे समय में हुई जब अमेरिका ने भारत से रूसी तेल खरीद पर प्रतिक्रिया स्वरूप भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया, जिससे कुल शुल्क 50% हो गया। इस आर्थिक दबाव के बीच भारत ने अपनी विदेश नीति की स्वतंत्रता की रक्षा का स्पष्ट संकेत देते हुए इस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का निर्णय लिया बैठक के दौरान डोभाल ने पुष्टि की कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा की तारीखों पर काम चल रहा है और वे “लगभग अंतिम चरण में” पहुंच चुकी हैं। यह यात्रा रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी, और वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन की परंपरा को पुनर्जीवित करेगी